पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति को ड्रग्स तस्करी के संदेह में इंदौर पुलिस ने जब घेरा तो एक बड़े अंतरराष्ट्रीय सैक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। बांग्लादेश और भारत की लड़कियों को वह नौकरी व पार्लर का काम दिलाने का झांसा देकर मुंबई में रखता था और फिर धीरे-धीरे देह व्यापार में उतार देता था। गिरोह सांकेतिक भाषा में ग्राहक को युवती सप्लाई करता था।
बताया जाता है कि इंदौर पुलिस की गिरफ्त में आया ड्रग्स तस्कर विजय कुमार दत्त उर्फ मामून हुसैन है। वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला बता रहा है लेकिन उसकी बांग्लादेश में भी एक पत्नी है। विजय पर पुलिस को ड्रग्स की तस्करी का संदेह था और उसी सिलसिले में गिरफ्तार किया था। उसके पास ड्रग्स भी मिला लेकिन उसके साथ दो युवतियां भी मिलीं। जब पूछताछ शुरू हुई तो अंतरराष्ट्रीय सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। उसका मध्य प्रदेश में इंदौर के अलावा राजगढ़,खण्डवा, खरगोन समेत कई जिलों में नेटवर्क बताया जाता है।
बांग्लादेशी युवतियों को लाता था इंदौर
विजय उर्फ मामून ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह बांग्लादेशी युवतियों को इंदौर लाता था और यहां से अलग-अलग इलाकों में भेजता था। इन लोगों के पास से 14 मोबाइल फोन जप्त किए गए हैं जिनमें कई ,मैसेज भी मिले हैं। बताया जाता है कि इन संदेशों में युवतियों की मांग का भी जिक्र है जो कोड की भाषा में है। इसमें एक कोड गाड़ी भी है जिससे दलाल-युवतियों और ग्राहक के बीच बातचीत होती थी।
बांग्लादेश का पासपोर्ट भी मिला
आरोपी विजय उर्फ मामून हुसैन के पास से बांग्लादेश का पासपोर्ट भी जब्त किया गया है। पश्चिम बंगाल का रहने वाला विजय 10 साल से मुंबई के नालासोपारा में रह रहा है। वहां एक होटल में काम करता था। 5 साल पहले उसे रूबी नाम की एक लड़की मिली और उसके सहयोग से सेक्स रैकेट में उतरा। बताया जाता है कि गिरोह बांग्लादेश में गरीबी का फायदा उठाकर वहां की ज्यादातर लड़कियों को लाता था। लड़कियों को दलालों के जरिए नौकरी या पार्लर में काम दिलाने के नाम पर झांसा देकर भारत ले आता था। कुछ दिनों तक उन्हें मुंबई के नाला सुपारा में रखता और देह व्यापार में धकेल देता था। इस बीच उसने कई लड़कियों से शारीरिक संबंध भी बना लिए थे।