मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के कांग्रेसियों के घुटने तोड़ने के बयान का रामधुन आंदोलन से जवाब दिया है। बुधवार को ढोलक-मंजीरे के साथ दिग्विजय सिंह और उनके समर्थकों ने भाजपा विधायक के बयान का विरोध जताया।
दिग्विजय सिंह ने पिछले दिनों भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के बयान पर उनके बंगले पर रामधुन करने का ऐलान किया था और इसके तहत बुधवार को वे मिंटो हाल स्थित गांधी प्रतिमा पर पहुंचे थे। वहां पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कांग्रेस नेता महेंद्र सिंह चौहान, कैलाश मिश्रा, विभा पटेल सहित कई नेताओं के साथ उन्होंने रामधुन की शुरुआत की। वहां से पैदल ढोलक-झांझ-मंजीरों के साथ रामधुन गाते हुए रामेश्वर शर्मा के बंगले की तरफ कूच किया। मगर इसके पहले ही अरेरा हिल्स थाने के सामने उन्हें रोक लिया गया। कुछ देर कांग्रेस नेताओं ने वहां रामधुन गायी और इसके बाद आंदोलन की समाप्ति की घोषणा कर दी।
यह है मामला
गौरतलब है कि भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने पिछले दिनों अपने विधानसभा क्षेत्र कलखेड़ा में एक सभा में कांग्रेसियों के घुटने तोड़ने का बयान दिया था। हालांकि शर्मा का कहना है कि घुटने तोड़ने की धमकी का बयान किस संदर्भ में था, उसे वायरल वीडियो में हटा दिया गया था। कलखेड़ा के सरपंच इसरार नामक व्यक्ति ने सरकारी जमीन पर प्लाट काट दिए थे और सरकारी आंगनबाड़ी व स्कूल का नाम अपने बेटे के नाम पर रख दिया था। भूमाफिया के खिलाफ चले अभियान में उसे जेल हो गई थी लेकिन पिछले दिनों वह छूट कर आया तो गांव वालों को धमकाने लगा। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि उसकी गतिविधियों को लेकर ही उन्होंने वह बयान स्थानीय लोगों की सभा में दिया था।