केंद्र सरकार ने हाल ही में पेट्रोल पर पांच रुपए और डीजल पर 10 रुपए वैट की कटौती की थी। उसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) और एनडीए शासित राज्यों ने भी अपने-अपने स्तर पर वैट की कटौती की थी। हालांकि, कांग्रेस या विपक्षी दलों के नेतृत्व वाले राज्यों में वैट कटौती में देरी की गई है। आज छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के हिस्से के टैक्स की कटौती का ऐलान किया है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने डीजल पर 2 प्रतिशत और पेट्रोल पर एक प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताकि, इससे सरकारी खजाने पर 1000 करोड़ का बोझ बढ़ेगा।
18 दिनों से स्थिर हैं तेल के दाम
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में जारी नरमी के बीच घरेलू स्तर पर सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने आज पेट्रोल और डीजल के भाव को स्थिर रखा, जिससे राजधानी दल्लिी में पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार अठारहवें दिन भी कोई बदलाव नहीं हुआ।
22 राज्यों ने घटाए थे दाम
केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी की है। इससे संबंधित राज्यों में इन दोनों पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों में और कमी आयी है। इसका असर आज भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर बरकरार है।
यूरोपीय देशों में कोरोना के फिर से पांव पसारने के कारण लॉकडाउन लगाने की अनिवार्यता से मांग में आई कमी ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों को झटका दिया है। बीते शुक्रवार को वैश्विक स्तर पर ब्रेंट क्रूड 79 डॉलर प्रति बैरल के नीचे चला गया। इससे घरेलू बाजार में सोमवार को 18वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ।
राजधानी दल्लिी में देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 103.97 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिके रहे। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।