मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में शिकारियों द्वारा एक रेडियो कॉलर बाघिन की हत्या की आशंका है। यह बाघिन सीधी जिले के संजय बाघ अभयारण्य से इस महीने की शुरुआत में लापता हुई थी। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। वन अधिकारी ने बताया कि उसके जले हुये चमड़े, बाल व कॉलर आईडी सिंगरौली जिले के सरई पश्चिम रेंज के बंजारी गांव के समीप जंगल में मिले हैं।
हिरासत में संदिग्ध
वन अधिकारी के मुताबिक इस मामले में पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। संजय बाघ अभयारण्य के क्षेत्र संचालक वाईपी सिंह ने बताया कि बाघिन टी-30, पांच नवम्बर 4:30 बजे शाम को मोहन रेंज (कुसमी) के मांच महुआ टावर के समीप ही विश्राम कर रही थी। उन्होंने बताया कि शाम 6:30 बजे उसकी लोकेशन वहां से तकरीबन पांच किलोमीटर दूर सिंगरौली जिले के पश्चिम सरई वन परिक्षेत्र के बंजारी गांव के समीप मिली। यह बाघिन बंजारी गांव तक गोपद नदी पार कर पहले भी जा चुकी थी। उन्होंने कहा कि पांच नवंबर की रात 11:30 बजे के बाद इस बाघिन का लोकेशन नहीं मिला।
करंट लगाने के सबूत मिले
सिंह ने बताया कि बंजारी गांव के समीप जंगल में शनिवार सुबह एक गड्ढे में चमड़े के छोटे-छोटे टुकड़े व बाल मिले। इससे थोड़ी ही दूर पर खून से सने जूट के दो बोरे व जली हुई कॉलर आईडी भी मिली है। उन्होंने कहाकि बाघिन को करंट लगाकर मारे जाने के सबूत मिले हैं। इसमें शातिर शिकार गिरोह के शामिल होने कि आशंका है। जंगल से तकरीबन दो किलोमीटर दूर लगे ट्रांसफार्मर से नंगे तार लगाने के लिये खूंटियों के गड्ढे मिले हैं। सिंह ने बताया कि गिरोह को पकड़ने के लिये सिंगरौली जिले के वन अमले सहित पुलिस बल की सहायता ली जा रही है।