अफगानिस्तान मसले को लेकर दुनिया भर के देश बातचीत कर रहे हैं। अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को लेकर उसके पड़ोसी देश बहुत परेशान हैं। उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री हैं अब्दुलअजीज कामिलोव। उन्होंने अफगानिस्तान मसले को लेकर अमेरिका को खरी-खोटी सुनाई है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट मुताबिक कामिलोव ने कहा है कि दुनिया की ताकतवर शक्तियां अफगानिस्तान की स्थिति को हल नहीं कर सकीं। और अब कुछ देश सुझाव दे रहे हैं कि हमें खूब सारे पैसे मिलेंगे बदले में हमें हजारों-हजार शरणार्थी रखने होंगे। क्या है ये? हम नहीं समझ रहे। उन्होंने आगे कहा है कि पिछले 20 सालों से लड़ रहे सैन्य गठबंधन अफगानिस्तान में मौजूदा हालात के लिए जिम्मेदार हैं।
कामिलोव ने इससे पहले कहा था कि उज्बेकिस्तान अफगानिस्तान को अर्थव्यवस्था और शिक्षा के मामले में मदद को तैयार है। उन्होंने लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अफगानिस्तान के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं पर काम करने की अपील की है।
बता दें कि सितंबर महीने में भारतीय विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने भी कामिलोव से मिले थे। इस दौरान बातचीत का केंद्र अफगानिस्तान ही था। दोनों देशों ने आतंकवाद और कट्टरवाद का मुकाबला करने की बात कही थी।