देश की आजादी को लेकर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के विवादित बयान को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने सोमवार को कहा कि ऐसी बातों का नोटिस ही नहीं लिया जाना चाहिए। मैं इन बातों का नोटिस नहीं लेता। इस पर चर्चा ही नहीं होनी चाहिए। कौन नहीं जानता है कि देश को आजादी कब मिली। सीएम नीतीश ने आगे कहा कि कुछ लोग पब्लिसिटी के लिए कुछ भी बोलते रहते हैं, ऐसे लोगों पर ध्यान ही नहीं देना चाहिए।
बता दें कि पद्मश्री से सम्मानित बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा दिए गए देश की आजादी को लेकर दिए गए विवादित बयान का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में जाले के पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा, युवा बिहार के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य शंकर स्वरूप पासवान, कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव आसिफ गफूर, पूर्व प्रवक्ता राकेश कुमार व लोकसभा पूर्व प्रत्याशी शाश्वत केदार पांडेय की ओर से दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर पटना के एसकेपुरी थाने में सनहा दर्ज किया गया है।
वहीं दूसरी ओर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने आरोप लगाया है कि सुशील मोदी बहुत चतुराई से कंगना रनौत के बयान का बचाव कर रहे हैं। कंगना का बयान न सिर्फ आजादी के लिए हमारे पुरखों के महान संघर्ष को अपमानित करता है, बल्कि अनेकों कुर्बानी के बाद अंग्रेजों की गुलामी से मिली हमारी मुक्ति को भी जलील कर रहा है। लेकिन सुशील मोदी कंगना को एक साधारण अभिनेत्री का बयान बताकर उसको महत्वहीन साबित करने की चेष्टा कर रहे हैं।