जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार रात छात्रों के दो गुटों के बीच झड़प के संबंध में दिल्ली पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर दो एफआईआर दर्ज की हैं। हालांकि, अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, जेएनयू में रविवार रात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों और वाम गठबंधन ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आईसा) एवं स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के बीच एक कार्यक्रम के आयोजन को लेकर झड़प हो गई थी। इसमें एक दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए थे। झड़प में गंभीर रूप से घायल लोगों का एम्स में इलाज चल रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना रविवार रात करीब 10 बजे जेएनयू छात्र संघ कार्यालय में हुई। दोनों पक्षों के सदस्य एक दूसरे पर हिंसा शुरू करने का आरोप लगा रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बताया कि एबीवीपी और जेएनयूएसयू ने रविवार रात एक-दूसरे के सदस्यों पर हमला करने और अन्य विद्यार्थियों को घायल करने का आरोप लगाया है। दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस घटना की जांच और वीडियो फुटेज के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी। पुलिस ने कहा कि नारेबाजी की सूचना मिलते ही उन्होंने तुरंत कार्रवाई की थी।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) गौरव शर्मा ने सुबह कहा था कि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर बैठक में बाधा डालने का आरोप लगा रहे हैं। जांच जारी है और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, वामपंथी छात्र संगठनों द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, एक संगठन ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती 14 नवंबर पर एक कार्यक्रम के लिए छात्र संघ सभागार को बुक किया हुआ था और इस सिलसिले में पोस्टर लगाए थे। हालांकि, जब आयोजक देर शाम कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सभागार पहुंचे तो उन्होंने पाया कि एबीवीपी के करीब 15 सदस्यों ने उस जगह पर कब्जा किया हुआ था।
कार्यक्रम के आयोजकों और जेएनयूएसयू की एक इकाई, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आईसा) के सदस्यों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की और उन्हें वहां से जाने के लिए कहा। हालांकि, वामपंथी छात्र संगठन ने आरोप लगाया कि एबीवीपी सदस्यों ने उन्हें गालियां देनी शुरू कर दीं। बयान में कहा गया है कि तब हमारे कार्यकर्ता सभागार से बाहर आए और एबीवीपी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
जेएनयूएसयू ने आरोप लगाया कि एबीवीपी सदस्यों ने हिंसा की और आम छात्रों पर हमला किया। इसके बाद बड़ी संख्या में विद्यार्थी वहां आए और एबीवीपी सदस्यों को वहां से जाना पड़ा। इस घटना की निंदा करते हुए जेएनयूएसयू ने सोमवार को मार्च बुलाया है। वहीं, एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वामपंथी पार्टियों ने छात्र गतिविधि केंद्र ‘टेफ्लास’ में एक बैठक का आयोजन करने के लिए विद्यार्थियों पर हमला किया।
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