उत्तर प्रदेश के झांसी में महिला ने अपने ढाई साल के बेटे और नौ माह की बेटी को जिंदा फूंक दिया और खुद फांसी लगा लगाकर खुदकुशी कर ली। खबर फैलते ही गांव और आसपास क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
नंदसिया निवासी अनिल राजपूत की पत्नी अनीता (26) गृहकलह से परेशान थी। रविवार को उसने ऐसा कदम उठाया जिससे न केवल परिवार बल्कि पूरा क्षेत्र स्तब्ध रह गया। उसने पहले अपने दोनों बच्चों अर्पित और मनु को बेड पर लिटा उनके ऊपर लकड़ी और कंडे रखकर चिता बनाई और मिट्टी का तेल उड़ेकर आग लगा दी। दोनों के मरने के बाद अनीता ने खुद धोती का फंदा डाल खुदकुशी कर ली।
घर के अंदर से धुंआ उठता देख आसपास के लोगों ने कुंडी खटखटायी लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आयी। इस पर ग्रामीण सीढ़ी लगाकर छत के रास्ते अंदर पहुंचे तो नजारा देख सभी की चीख निकल गयी। मासूमों के जले शव बेड पर पड़े थे और आनीता का शव आंगन के जिंगले से लटक रहा था। घटना के समय सास गायत्री खेत पर थी जबकि परिवार के अन्य लोग तेहरवीं का सामान लेने गए थे। कुछ पहले ही अनीता के ससुर की मृत्यु हो गयी थी।