पद्मश्री से सम्मानित बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा दिए गए देश की आजादी को लेकर दिए गए विवादित बयान का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में शनिवार को जाले के पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा, युवा बिहार के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य शंकर स्वरूप पासवान, कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव आसिफ गफूर, पूर्व प्रवक्ता राकेश कुमार व लोकसभा पूर्व प्रत्याशी शाश्वत केदार पांडेय की ओर से दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर एसकेपुरी थाने में सनहा दर्ज किया गया है।
इन सभी का आरोप है कि कंगना रनौत ने पिछले दिनों देश की आजादी के बारे में विवादित बयान दिया था। उनका यह बयान देश की अखंडता, संप्रभुता व गौरवशाली इतिहास पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। देश के तमाम लोगों की भावना अमर शहीद स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़ी है और सभी उनके संघर्ष का सम्मान करते हैं। यह महात्मा गांधी, नेताजी सुभाषचंद बोस, भगत सिंह, लाला लाजपत राय, रानी लक्ष्मीबाई, नेहरू, सरदार पटेल का देश है। ऐसे में उक्त बयान उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों व लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था, आत्म सम्मान और देश की अखंडता का घोर अपमान है। इधर, श्रीकृष्णापुरी थाना प्रभारी एसके सिंह ने सनहा दर्ज किये जाने की पुष्टि की है।
वहीं दूसरी ओर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने आरोप लगाया है कि सुशील मोदी बहुत चतुराई के साथ कंगना रनौत के बयान का बचाव कर रहे हैं। कंगना का बयान न सिर्फ आजादी के लिये हमारे पुरखों के महान संघर्ष को अपमानित करता है बल्कि अनेकों कुर्बानी के बाद अंग्रेजों की गुलामी से मिली हमारी मुक्ति को भी जलील कर रहा है। लेकिन सुशील मोदी कंगना को एक साधारण अभिनेत्री का बयान बता कर उसको महत्वहीन साबित करने की नाजायज चेष्टा कर रहे हैं।
शिवानंद तिवारी ने कहा है कि सुशील मोदी जी को समझना चाहिए कि कंगना कोई साधारण अभिनेत्री नहीं हैं। फिल्म जगत की वह एकमात्र अभिनेत्री हैं जिनको भारत सरकार ने वाइ प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है। उस बयान के दो-तीन दिन पहले कंगना को नरेंद्र मोदी की सरकार ने पद्म सम्मान से उन्हें विभूषित किया था। एक राष्ट्रीय टीवी चैनल के कार्यक्त्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में उन्होंने वह बयान दिया था।