हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद कस्बे में सांसद-किसान विवाद प्रकरण में हांसी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर किसानों का धरना मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। सोमवार को किसानों की पूरे दिन जिला प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत होती रही पर यह वार्ता बेनतीजा रही। इसके बाद किसानों की ओर से हांसी के लघु सचिवालय के सामने तंबू गाड़ कर धरना देने का फैसला किया। साथ ही किसानों की ओर से ऐलान किया गया कि नारनौंद थाने में चल रहे धरने को हांसी में मर्ज किया जाएगा।
सुरक्षा के लिहाज से एसपी कार्यालय के लिए रिले रेस सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध किया गया है, साथ ही हांसी के अलावा 4 जिलों की पुलिस व पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है।
किसानों ने राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा और उनके निजी सहायक के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करने और किसानों पर दर्ज मामला वापस लेने और इसके अलावा घटना के दिन घायल कुलदीप राणा के बेटे को नौकरी देने की मांग की है। इन मांगों को लेकर किसानों ने 3 दिन तक नारनौंद थाने में धरना दिया था। वहां पर प्रशासन से वार्ता न होने पर सोमवार को किसानों की ओर से हांसी के एसपी कार्यालय का घेराव करने का ऐलान किया गया था। सोमवार से यहां धरना जारी है।
भाजपा के राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा नारनौंद में एक कार्यक्रम में आए थे। तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान वहां पहुंच गए और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कुलदीप नामक प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हो गया।
उधर, हांसी पुलिस अधीक्षक निकिता के यह कहने पर भी कि पुलिस ने कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ और कुलदीप को मिर्गी के दौरे आते थे तथा उसे ब्रेन स्ट्रोक हुआ है, विवाद हुआ और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधीक्षक से माफी की मांग की। आज पुलिस अधीक्षक ने अपना वह बयान वापस ले लिया है।