तापमान में बदलाव और किडनी की बीमारी के बीच संबंध है। तापमान बढ़ने से किडनी खराब होने का खतरा अधिक रहता है। दुनिया के सबसे बड़े अध्ययन में इसका खुलासा हुआ है। अध्ययन में दावा किया गया है कि किडनी संबंधी बीमारियों से ग्रसित 7.4 प्रतिशत मरीज तापमान में वृद्धि की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं।
शोध में इस बीमारी के लिए तापमान में वृद्धि को जिम्मेदार ठहराया गया है। अध्ययन के निष्कर्ष को ‘द लैंसेट रीजनल हेल्थ-अमेरिकाज’ जर्नल में प्रकाशित किया गया था। इसके केंद्र में ब्राजील था। ब्राजील में 2000 से 2015 के बीच किडनी की बीमारी के 202,000 से अधिक मामले आए हैं।
मोनाश विश्वविद्यालय में प्लैनेटरी हेल्थ के प्रोफेसर युमिंग गुओ और डॉ. शानशान ली ने अध्ययन का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने ब्राजील के 1816 शहरों के अस्पतालों से रोजाना डाटा प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने तापमान और किडनी की बीमारियों के जोखिम का अध्ययन किया और इसके लिए जिम्मेदार तत्व को मापा। बता दें कि यह अध्ययन तब आया है जब 31 अक्तूबर से ग्लासगो में कॉप-26 सम्मेलन में दुनिया जलवायु परिवर्तन पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है।
2017 में द लैंसेट में एक ऐतिहासिक लेख में किडनी की बीमारियों को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता घोषित किया था। इसमें अनुमान लगाया गया था कि उस वर्ष लगभग 20 मिलियन मौतें खराब किडनी के कारण हुई थीं। किडनी की बीमारी से मौत की घटनाओं में एक दशक पहले की तुलना में 26.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस अध्ययन से यह संकेत मिल है कि यह वृद्धि आंशिक रूप से जलवायु परिवर्तन के कारण हुई है।