दिल्ली में इस साल अब तक डेंगू के 1,530 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिनमें से करीब 1,200 मामले अकेले अक्टूबर में दर्ज किए गए, जो पिछले चार वर्षों में इस महीने की सबसे अधिक संख्या है। नगर निगम अधिकारियों द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, राजधानी दिल्ली में अक्टूबर 2017 में डेंगू के 2,022 मामले दर्ज किए गए थे।
सोमवार को डेंगू से पांच लोगों की मौत हुई थी। इसके साथ ही दिल्ली में वेक्टर जनित बीमारी के कारण होने वाली कुल मौतों का आंकड़ा छह तक पहुंच गया, जो 2017 के बाद से सबसे अधिक है, जब आधिकारिक मृत्यु दर 10 थी।
वेक्टर जनित बीमारियों के आंकड़ों का रिकॉर्ड रखने वाली शहर की नोडल एजेंसी, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) द्वारा सोमवार को जारी वेक्टर जनित बीमारियों पर एक रिपोर्ट के अनुसार, इस सीजन में 30 अक्टूबर तक डेंगू के 1,537 मामले दर्ज किए गए हैं, जो उसी अवधि के लिए 2018 के बाद से सबसे अधिक संख्या है।
आंकड़ों के अनुासर, पिछले तीन वर्षों में 1 जनवरी से 30 अक्टूबर के बीच दर्ज किए गए मामलों की संख्या 2020 में 612 व 2019 में 1,069 और 2018 में 1,595 थी।
इस साल दिल्ली में डेंगू के कुल मामलों में से अक्टूबर महीने के 30वें दिन तक 1,196 मामले सामने आए हैं। पिछले पांच सालों में अक्टूबर में डेंगू के मामलों की संख्या – 2016 में 1,517; 2017 में 2,022; 2018 में 1,114; 2019 में 787; और 2020 में 346 थी।
इस साल 23 अक्टूबर तक कुल मामलों की संख्या 1,006 थी और तब तक आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या एक थी, एक सप्ताह में 530 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए। इस साल सितंबर में डेंगू के 217 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले तीन साल में एक महीने में सबसे ज्यादा है।
एसडीएमसी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में पूरे वर्ष में कुल 1,072 मामले और एक मौत दर्ज की गई। 2020 से पहले के वर्षों में डेंगू से होने वाली मौतों की संख्या 2019 में दो थी, 2018 में चार; 2017 में 10; और 2016 में 10 थी।
अक्टूबर में दर्ज किए गए 1,196 मामले इस साल एक महीने में दर्ज किए गए सबसे अधिक मामले हैं। जनवरी 2021 में डेंगू का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया, फरवरी में 2, मार्च में 5, अप्रैल में 10, मई में 12, जून में 7, जुलाई में 16 और अगस्त में 7 मामले सामने आए थे।
डेंगू के मच्छर साफ, जमा हुए पानी में पनपते हैं, जबकि मलेरिया के मच्छर गंदे पानी में भी पनपते हैं। वेक्टर जनित रोगों के मामले आमतौर पर जुलाई और नवंबर के बीच रिपोर्ट किए जाते हैं, लेकिन यह अवधि दिसंबर के मध्य तक बढ़ सकती है। नागरिक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल 30 अक्टूबर तक मलेरिया के 160 और चिकनगुनिया के 81 मामले भी सामने आए हैं।