राजधानी दिल्ली में डेंगू का प्रकोप बेकाबू होता जा रहा है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) द्वारा जारी वीकली रिपोर्ट के अनुसार, तीनों निगमों में अब तक डेंगू से मरने वालों लोगों की संख्या बढ़कर छह हो गई है और डेंगू के 1537 मामले सामने आ चुके हैं। तेजी से गंभीर होते हालात को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मोर्चा संभाल लिया है और दिल्ली में बढ़ते डेंगू के मामलों की निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम का गठन करेगा।
दिल्ली में डेंगू की स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार को बुलाई गई एक हाईलेवल मीटिंग के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने केंद्र और राज्यों के बीच सक्रिय समन्वय पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डेंगू के हॉटस्पॉट की पहचान, फॉगिंग और समय पर इलाज जैसी जमीनी पहल की जानी चाहिए। केंद्र डेंगू के बढ़ते मामलों वाले राज्यों में विशेषज्ञों की एक टीम भी भेज रहा है। टेस्ट में तेजी लाने की जरूरत पर जोर देते हुए मांडविया ने कहा कि कई गरीब लोगों का ठीक से इलाज नहीं किया जाता है और उनकी मौत की सूचना भी नहीं दी जाती है।
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में देशभर में डेंगू की स्थिति पर राजधानी में चल रही समीक्षा बैठक में स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और दिल्ली में वेक्टर जनित बीमारी के लिए गति परीक्षण भी किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय दिल्ली और अन्य राज्यों में डेंगू के मामलों की बारीकी से निगरानी कर रहा है। डेंगू के मामलों की निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम दिल्ली सरकार के साथ विस्तृत योजना बनाएगी, स्कूलों में जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे और जरूरी स्पीड टेस्टिंग की जाएगी।”
केंद्र ने दिल्ली सरकार से डेंगू NS1 एलिसा परीक्षण किट (NS1 ELISA Testing Kits) खरीदने के लिए कहा है ताकि दिल्ली में डेंगू टेस्ट को बढ़ाया जा सके। सूत्रों के अनुसार, डेंगू से प्रभावित 200 जिलों की पहचान कर टीम भेजी जाएगी। इसके लिए, COVID-19 ड्यूटी में लगे लोगों से ड्यूटी से हटाया जाएगा।
डेंगू के मामलों में वृद्धि के बीच राजधानी दिल्ली में निजी अस्पताल या तो बेड की संख्या बढ़ा रहे हैं या डेंगू के रोगियों को एडजस्ट करने के लिए प्लान सर्जरी को रद्द कर रहे हैं।
डेंगू से अब तक छह लोगों की मौत
बता दें कि, सोमवार को जारी एक सिविक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल तीनों निगमों में अब तक डेंगू से मरने वालों की संख्या छह तक पहुंच गई है। इस साल डेंगू से पांच और मौतें दर्ज की गई हैं, जिससे मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर छह हो गई है, जबकि मच्छर जनित बीमारी के मामलों की संख्या 1,530 से अधिक हो गई है। यह 2017 में 10 मौतों के बाद से राजधानी में एक वर्ष में दर्ज किए गए डेंगू के कारण होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या है, जबकि 2016 में भी 10 लोगों की डेंगू से मौत हो गई थी।
इस साल दिल्ली में डेंगू के कुल मामलों में से इस महीने 30 अक्टूबर तक 1,196 मामले सामने आए हैं। 23 अक्टूबर तक कुल मामलों की संख्या 1,006 थी और आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या एक थी।
सोमवार को मच्छर जनित बीमारियों पर जारी सिविक रिपोर्ट के अनुसार, इस सीजन में 30 अक्टूबर तक छह मौतें और कुल 1,537 डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं, जो कि 2018 के बाद से इसी अवधि में सबसे अधिक है। इस सीजन के सितंबर में 217 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले तीन साल में इस महीने की सबसे अधिक संख्या है।