टिकरी बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच बॉर्डर खोलने को लेकर सहमति बन गई है। शनिवार को पुलिस ने बहादुरगढ़ से दिल्ली आने वाले रास्ते की एक लेन को दो पहिया वाहनों और एंबुलेंस के लिए खोल दिया गया है। हालांकि बॉर्डर पर एक बैरिकेड़ अभी भी लगे हुए हैं। जिससे बड़े वाहनों की एंट्री इस बॉर्डर से नहीं हो पाएगी। शनिवार को करीब 5 फुट के रास्ते से पुलिस ने सारा मलबा हटा दिया है। जिससे पूरा रास्ता अब साफ हो गया है।
सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक खुलेगा रास्ता
शुक्रवार शाम को पुलिस और किसानों के बीच हुई बैठक में रास्ता खोलने को लेकर सहमति नहीं बनने पर भी पुलिस ने बैरिकेड़ और सीमेंट के बोल्डर हटाने का काम जारी रखा। शनिवार दोपहर तक पुलिस ने एक लेन में करीब 5 फुट का रास्ता पूरी तरह से साफ कर दिया। जिसके बाद इस रास्ते पर पैदल राहगिरों, दोपहिया वाहनों और एंबुलेंस के लिए खोलने को लेकर दोबारा पुलिस और किसानों के बीच बताचीत हुई। जिसके बाद इस बात पर सहमति बन गई और रास्ते को लोगों के लिए खोल दिया गया। रविवार से इस रास्ते को सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक खोला जाएगा। इसके अलावा रात में केवल इस रास्ते पर एंबुलेस को आने जाने की परमिशन होगी। इसके अलावा रात के समय आम लोगों के लिए रास्ता बंद रहेगा।
किसान और पुलिस करेंगे रखवाली
पुलिस और किसानों के बीच बैठक में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हुई बात को लेकर सहमति बनी है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि फिलहाल पुलिस के जवानों की संख्या बॉर्डर पर बढ़ा दी गई है क्योंकि अब यहां बैरिकेड़ की संख्या कम कर दी गई है। दिल्ली से बहादुरगढ़ की ओर जाने वाले रास्ते को बंद किया हुआ है और बहादुगढ़ से दिल्ली आने वाले रास्ते पर एक बैरिकेड़ लगाया गया है। जिससे किसी भी तरह की अनहोनी को रोका जा सके। इसके अलावा किसानों की ओर से बताया गया है कि वह भी अपने वॉलेंटियर को सुरक्षा व्यवस्था में लगाएंगे। जिससे उनकी ओर भी कोई भी संदिग्ध दिखाई दे तो उसे तुंरत पकड़ा जा सके।
सीमेंट के बोल्डर और कील हटाए गए
टिकरी बॉर्डर से पुलिस ने शनिवार को सीमेंट बोल्डर और सडकों पर लगी कील को हटा लिया है। शुक्रवार रात तक सडक पर लगे मलबे को हटाने का काम चल रहा था। जिसे शनिवार को पूरा कर लिया गया। अब मलबा हटाने के बाद सडक को दुरूस्त कर दिया गया है। दिल्ली सरकार के स्कूल तक आने के लिए जो मलबा छात्रों को परेशानी उठानी पड़ती थी। पुलिस ने उसे भी ठीक कर दिया है। ज्ञात हो कि गत दिनों सडक बंद करने को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने टिप्पणी की थी। जिसके बाद पुलिस और किसानों के बीच बॉर्डर खोलने को लेकर बात हुई थी और पुलिस ने सभी बॉर्डर पर बैरिकेड़ हटाने का काम शुरू कर दिया।