मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं की नई पीढ़ी सियासी फलक पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी में जुट गई है। इस क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बेटे तेजी से कदमताल करने दिख रहे हैं। इसमें दिग्विजय के बेटे जयवर्धन सिंह तो राजनीति में लगातार सक्रिय हैं। लेकिन नकुल नाथ को इस दिशा में सही कदम उठाना बाकी है। इसको देखते हुए नकुलनाथ ने भी तैयारी शुरू कर दी है। शुक्रवार को किसान आंदोलन के जरिए वह सूबे को एक बड़ा सियासी संदेश देना चाहते हैं। गौरतलब है कि सांसद बनने के बाद उनका यह पहला बड़ा राजनीतिक कदम होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर उन्होंने अपनी विरासत बेटे नकुल नाथ को सौंपी थी। 2019 में उन्हें पार्टी ने प्रत्याशी बनाया और प्रदेश में कांग्रेस के एकमात्र लोकसभा सदस्य के रूप में वे यहां से निर्वाचित हुए थे। उनके सांसद बनने के बाद प्रदेश में राजनीतिक घटनाक्रम ऐसा घटा कि पिता कमल नाथ की मुख्यमंत्री की कुर्सी चली गई थी और भाजपा की सरकार बन गई।
नकुल नाथ ने किया था युवा सम्मेलन
राजनीतिक सक्रियता में उनके युवा सम्मेलन में काफी बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सेदारी की थी। मगर इसके बाद उनकी दूसरी ऐसी उपस्थिति का कोई कार्यक्रम नहीं होने से राजनीतिक परिदृश्य से वे नदारत रहे थे। सांसद के रू़प में उनके द्वारा अभी तक भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ कोई आंदोलन नहीं किया गया जबकि वे लोकसभा में मध्य प्रदेश से कांग्रेस के एकमात्र प्रतिनिधि हैं। आज छिंदवाड़ा में वे अपने राजनीतिक जीवन का बड़े आंदोलन के रूप में किसानों की समस्याएं उठाने जा रहे हैं।
किसानों की समस्याओं पर जनसभा में नकुल नाथ करेंगे संबोधन
सांसद नकुल नाथ किसानों के सामने आ रही खाद और बीज की समस्या, डीजल के बढ़े हुए दाम, किसानों को ढंग से नहीं मिल रही बिजली के बारे में किसानों की मांगों को प्रमुखता से उठाएंगे। किसानों की समस्या के अलावा मोदी सरकार और शिवराज सिंह सरकार द्वारा जनता पर लगातार थोपी जा रही महंगाई के विषय में भी कांग्रेसी सांसद जनता की आवाज उठाएंगे।