मुरादाबाद में शुक्रवार तड़के प्रॉपर्टी के विवाद में पोते ने सगी दादी को जिंदा जलाकर मार डाला। वारदात को हादसे का रूप देने की भी कोशिश की गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम के सवालों में पोता उलझ गया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। उससे पुलिस टीम पूछताछ कर रही है।
मौत के घाट उतारी गई मंजू गुप्ता उम्र करीब 80 वर्ष है। उनके दो बेटे सचिन और टीटू थे। करीब 8 वर्ष पहले टीटू ने ट्रेन से कटकर सुसाइड कर लिया था जबकि दूसरा बेटा सचिन बिलारी में ही रुस्तम नगर स्थित मकान में परिवार के साथ रहता है। अपनी परवरिश के लिए बुजुर्ग मंजू गुप्ता ने अपने पोते सोना को रख रखा था। दादी और पोते एक मकान में रहते थे। परिवार के लोगों के मुताबिक मंजू गुप्ता अपने पोते की हरकतों से परेशान हो गई थी। इसलिए वह मकान की वसीयत अपने छोटे बेटे सचिन के नाम करना चाहती थी जबकि सोना मकान अपने नाम करवाना चाहता था।
इसी के चलते शुक्रवार तड़के सोना ने बाथरूम के पास दादी की जलाकर हत्या कर दी। घटना को हादसे का रूप भी देने की कोशिश की। मौके पर पहुंची पुलिस ने सवाल जवाब किए तो वह उलझ गया। इसके बाद पुलिस ने सोना को हिरासत में ले लिया। मंजू गुप्ता की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एसपी देहात विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि पोस्टमाटर्म रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।