आउटर नार्थ पुलिस को बुधवार को सिंघु बार्डर पर हवन करने के लिए अड़े प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए हल्का लाठी चार्ज करना पड़ा। फिलहाल पुलिस ने सिंघु बार्डर से दो किमी दूर ही प्रदर्शनकारियों को रोक लिया गया है। वहीं पूरे इलाके को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है।
दरअसल, सिंघु बार्डर पर लखविंदर की हुई निर्मम हत्या के विरोध में हिंद मजदूर किसान समिति के कार्यकर्ताओं ने हवन करने का निर्णय लिया था। संगठन ने पंजाब सरकार से लखविंदर के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता एवं सरकारी नौकरी देने की मांग की।
कार्यकर्ताओं का कहना था कि यूपी सरकार की तरह सहायता तुरंत मुहैया करानी चाहिए। संगठन के कार्यकर्ता विभिन्न इलाकों से दिल्ली में प्रवेश कर बोंकू की रसोई के पास पहुंचे थे। पुलिस द्वारा उन्हें रोकने के लिए पहले ही बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई थी। मौके पर डीसीपी एवं जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इस दौरान संगठन के कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़कर सिंघु बार्डर की तरफ बढ़ने लगे। वे लखविंदर की आत्मा की शांति के लिए घटनास्थल पर हवन करना चाहते थे। इसके लिए सिंघु बार्डर पर लगी बैरिकेडिंग को हटाने की घोषणा कर चुके थे। जब वे नहीं रुके तो पुलिस को हल्की लाठी चार्ज करना पड़ा।
इस दौरान सड़क पर अफरा-तफरी मच गई और कुछ लोग मामूली रुप से चोटिल भी हुए। इसके बाद पुलिस कालोनी की तरफ जाने वाली सड़क पर करीब पांच सौ की संख्या में प्रदर्शनकारी बैठ गये। उन्होंने पुलिस पर ज्यादती करने का आरोप लगाया।