बेसिक शिक्षा निदेशालय पर पिछले 4 महीने से प्रदर्शन कर रहे 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने अपने खून से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। इस पत्र को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए सरकार पर हमला बोला है।
कांग्रेस महासचिव ने मंगलवार को अभ्यर्थियों द्वारा खून से लिखे गए पत्र को ट्वीट करते हुए लिखा कि उप्र के युवा हाड़ तोड़ मेहनत कर नौकरियों के लिए तैयारी करते हैं। उनके माता-पिता पसीना बहाकर उनकी पढ़ाई व तैयारी का खर्च उठाते हैं। बड़े ही शर्म की बात है कि भाजपा सरकार उन्हें इस कदर प्रताड़ित करती है कि नौकरी मांगने के लिए वे खून से खत लिखने को मजबूर हैं। इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इसी खत को ट्वीट किया था। हालांकि अखिलेश ने खत के साथ कुछ लिखा नहीं था।
खत लिखने वाले अभ्यर्थियों की मांग है कि भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को 68500 रिक्त पदों पर नियुक्ति दी जाए। अभ्यर्थियों ने सीएम योगी को खून से लिखे पत्र में लिखा है कि अभ्यर्थी चार माह से भूख-प्यास सहते हुए धरना दे रहे हैं। हमारी भूल को क्षमा करें और एक लाख 37 हजार 500 के समस्त रिक्त पदों पर हम योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिलाएं। पत्र में अभ्यर्थियों ने कहा कि शिक्षकों के पद खाली दावेदार उपलब्ध हैं तो आनाकानी क्यों की जा रही है।
फैक्स और ईमेल के माध्यम से भेजे गए इस पत्र में अभ्यर्थियों ने लिखा है, अभी तक हमें सिर्फ लाठियां और साथियों को जेल मिली है। हमारी योग्यता शिक्षक बनने की है जेल में डालने की नहीं। 68500 शिक्षक भर्ती की रिक्त 22000 सीट 69000 भर्ती में जोड़ा जाएं। अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति और राज्यपाल को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की भी मांग की है। 39 अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति को और 45 अभ्यर्थियों ने राज्यपाल को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु मांगी है। पत्र में भर्ती में न्याय देने अन्यथा इच्छा मृत्यु देने की गुहार लगाई है।