सिडकुल की यूनीलीवर कंपनी से करीब सवा करोड़ के सामान से लदे ट्रक को हरिद्वार रुड़की मार्ग पर हथियारबंद बदमाशों ने चालक को अगवा कर लूट लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद चालक के हाथ बांधकर उसे ट्रक में छोड़कर बदमाश फरार होने में कामयाब रहे। सवा करोड़ के सामान की लूट की वारदात से बहादराबाद पुलिस के होश उड़ गए। दिन भर माल लूटकर फरार हुए बदमाशों की धरपकड़ में पुलिस जुटी हुई थी।
घटना देर रात पतंजलि योगपीठ के पास हाईवे पर घटित हुई। सिडकुल की हिन्दुस्तान यूनीलीवर कंपनी से करीब सवा करोड़ का सामान लेकर ट्रक चालक राजेश निवासी चितिशापुर हुसैनगंज फतेहपुर हरियाणा के हसनगढ़ के लिए चला था। आरोप है कि पतंजलि योगपीठ के पास पहुंचते ही एक कार ने ओवरटेक कर उसे रोक लिया।
कार सवार हथियार बंद चार युवकों ने उसे गन प्वाइंट पर ले लिया। फिर युवक उसके ट्रक में सवार हो गए। आरोप है कि वह उसे अपने साथ लेकर घूमाते रहे, फिर किसी सुनसान स्थान पर दूसरे ट्रक में माल शिफ्ट कर दिया। सुबह करीब छह बजे उसे मंगलौर बाईपास पर हाथ बांधकर ट्रक में छोड़कर फरार हो गए। जैसे तैसे हाथ खोलने में कामयाब रहे ड्राइवर ने थाने पहुंचकर पुलिस को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया।
लूट की सूचना मिलने पर पुलिस के होश फाख्ता हो गए। एसओ संजीव थपलियाल तुरंत ही पुलिस टीम लेकर मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बदमाशों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया, लेकिन कुछ अता पता नहीं चल सका। एसओ संजीव थपलियाल ने बताया कि चालक ने घटना की सूचना सुबह नौ बजे दी है। हर पहलू पर गहनता से जांच की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। बताया कि ड्राइवर को यह पता नहीं है कि आखिर सामान को किस स्थान पर शिफ्ट किया गया है और न ही बदमाशों का हुलिया बता पा रहा है।
फिल्मी अंदाज में हुई सवा करोड़ की लूट
हरिद्वार रुड़की हाईवे पर फिल्मी अंदाज में हुई सवा करोड़ की लूट की पुलिस के लिए पहेली बनी हुई है। मामले की ट्रक चालक को भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। साथ ही पुलिस ने मामले के खुलासे के लिए सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिया है। अब तक पुलिस की ओर से की गई पड़ताल में सामने आया है कि कस्बा बहादराबाद क्षेत्र में बने टोल प्लॉजा पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में ट्रक गुजरता हुआ दिखाई दे रहा है।
कुछ किलोमीटर की दूरी पर फिल्मी अंदाज में ट्रक लूट की वारदात को अंजाम दे दिया गया। चालक को बंधक बनाकर ट्रक में ही छोड़ दिया गया। मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश में जुटी पुलिस ने चालक से कई सवाल किए। जिनका वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। छानबीन में चालक की जेब से निकले दस हजार रुपयों ने कहानी को नया मोड़ दिया है। चालक के मुताबिक यह रकम बदमाश उसे दे गए हैं।
इसके अलावा दूसरी सवा करोड़ के सामान की डिलीवरी के लिए क्लीनर को साथ न ले जाना चालक पर कई सवाल उठाता है। साथ ही घटना की जानकारी पुलिस को देने के बजाए ट्रांसपोर्टर और वाहन स्वामी से संपर्क साधने का जवाब पुलिस के गले नहीं उतर रहा है। पुलिस अब हाईवे से सटे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुट गई है। एसओ संजीव थपलियाल का कहना है कि मामले में संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी मदद ली जा रही है।