दो महिलाओं समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर सिविल लाइंस पुलिस ने सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। यह रैकेट निजी बीमा कंपनी की पॉलिसी बेचने के लिए ग्राहक को सेक्स सर्विस मुहैया कराती थी। इसके लिए नौकरी का झांसा देकर बाहर से लड़कियों को बुलाया जाता था। सिविल लाइंस पुलिस ने पश्चिम बंगाल निवासी दोनों लड़कियों को मुक्त कराने के साथ ही आरोपियों के खिलाफ अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।
सीओ इंदु सिद्धार्थ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ महिला और पुरुष शहर में हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चला रहे हैं। इसी सूचना पर सिविल लाइंस एसएचओ रविंद्र प्रताप सिंह की टीम को साथ लेकर शुक्रवार रात पुलिस ने दीनदयालनगर में एक घर पर दबिश दी। वहां से पुलिस ने दो पुरुष और एक महिला को उठाया। बाद में आरोपियों से पूछताछ करके मझोला थाना क्षेत्र में बुविविहार क्षेत्र से एक महिला और पुरुष पकड़े गए। इसके अलावा काशीराम नगर से दो युवतियों को मुक्त कराया गया।
दोनों युवतियां पश्चिम बंगाल के दार्जलिंग की रहने वाली हैं और दिल्ली में रहकर अध्ययन कर रही हैं। बकौल पुलिस दोनों युवतियों को रेस्क्यू कर मुक्त कराया गया है। जबकि देह व्यापार के इस धंधे को चलाने में दो महिला और तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़ी गई महिलाओं में एक उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली है। जबकि दूसरी महिला मूल रूप से पंजाब की है। अमरोहा निवासी व्यक्ति से शादी करने के बाद वह मुरादाबाद में ही रह रही है। इसके अलावा तीन पुरुष राहुल दास, बाबू उर्फ धीरज और राजू उर्फ नीरज को गिरफ्तार किया गया है।
ये सभी शहर में अलग-अलग जगह किराये पर रहते हैं। सीओ सिविल लाइंस इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि दोनों आरोपी महिलाओं के साथ ही राहुल दास व बाबू उर्फ धीरज निजी बीमा कंपनी में जॉब करते हैं। लोगों को बीमा बेचने के लिए ये सभी उन्हें सेक्स सर्विस मुहैया कराते थे। इसके लिए मुरादाबाद के बाहर से लड़कियों को नौकरी के बहाने बुलाकर उनसे देह व्यापार कराते थे। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि ऐसा करने से लोग उनकी बीमा पॉलिसी आसानी से खरीद लेते थे। इससे उनकी मोटी कमाई होती थी।