बिहार में विपक्षी दलों का महागठबंधन टूटने की कगार पर है। पिछले कई दिनों से चल रही खींचतान के बाद शुक्रवार की दोपहर कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने मीडिया से कह दिया कि कांग्रेस अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ नहीं है। आज ही कन्हैया, जिग्नेश और हार्दिक पटेल को पटना पहुंचना है। इसके पहले पटना में पप्पू यादव से मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि पार्टी अकेले उपचुनाव लड़ेगी। इस पर पलटवार करते हुए राजद ने कहा है कि उन्हें जमीनी हकीकत का अंदाजा नहीं है। पिछले दिनों सांसद मनोज झा ने कहा था कि ऐसे ही नेता अपनी पार्टी की लुटिया डुबोते हैं।
बिहार में कांग्रेस और राजद का गठबंधन पिछले तीन दशक से चला आ रहा है। हालांकि इस बीच एक-दो बार दोनों की राहें अलग होती भी दिखीं लेकिन फिर दोनों साथ आ गए। इधर, बिहार में दो विधानसभा सीटों (तारापुर व कुशेश्वरस्थान) पर हो रहे उपचुनाव को लेकर दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ती गई। राष्ट्रीय जनता दल ने दोनों जगहों से अपने प्रत्याशी खड़े किए तो कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए। इसके बाद दोनों दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई। इस बीच जाप प्रमुख पप्पू यादव ने उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन दे दिया है। पटना में उनकी भक्तचरण दास से मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद भक्त चरण दास ने कहा कि पप्पू यादव के समर्थन से कांग्रेस को चुनाव में मजबूती मिलेगी।
भक्तचरण दास ने राजद पर महागठबंधन को तोडऩे का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भी राजद के साथ कोई सीट साझा नहीं की जाएगी। कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। सभी 40 सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार खड़े किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ‘हम उपचुनाव जमकर लड़ रहे हैं और अपनी ताकत पर लड़ रहे हैं, हमने गठबंधन नहीं तोड़ा। लेकिन आरजेडी ने महागठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। इस उपचुनाव में हम ताकत से लड़ रहे हैं और हमारे सभी नेता बिहार पहुंच चुके हैं और जमकर चुनाव प्रचार करेंगे।’ गौरतलब है कि कांग्रेस प्रभारी के बयानों पर राजद भी काफी अक्रामक है।