लखीमपुर खीरी में घघरा नदी में नाव पलट जाने से दस लोगों के लापता होने की आशंका है। ये सभी धौरहरा तहसील के मिर्जापुर गांव के रहने वाले हैं और घाघरा पार कर खेत में काम करने के लिए जा रहे थे। इस समय उत्तराखंड में बाढ़ के चलते यहां भी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसी कारण यह हादसा हुआ। नाव घटनास्थल से कुछ दूर अटवा गांव के पास बहती हुई मिली। जिससे ग्रामीणों को किसी बड़ी अनहोनी की आशंका है।
ईसानगर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के लोगों के खेत घाघरा नदी के दूसरे छोर पर हैं। बताया जाता है कि गांव के लोग सुबह के वक्त अपने खेतों पर पड़े धान को उठाने के लिए नाव से गए थे। नाव पर 10 लोग सवार थे। इस बीच नदी के दूसरी ओर स्थित अटवा गांव के लोगों ने सूचना दी कि जिस नाव पर सवार होकर मिर्जापुर के लोग जा रहे थे, वह बहती हुई दिखाई दी है। उन्होंने आशंका जताई कि नाव घाघरा नदी की तेज धार में पलट गई और उस पर सवार लोग लापता हो गए। इस मामले की सूचना पाकर तहसील प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। धौरहरा तहसीलदार संतोष शुक्ला ने पहले लापता लोगों की तलाश के लिए एक नाव पर कर्मचारी भेजे, लेकिन तेज धार की वजह से नाव आगे नहीं बढ़ पाई। अब प्रशासन ने स्टीमर का इंतजाम कराया है। स्टीमर से फ्लड पीएसी के जवान लापता लोगों की खोज खबर के लिए नदी के पार जाएंगे।
60 गांव में बाढ़ का खतरा:
बनबसा बैराज से छोड़े गया 5 लाख क्यूसेक पानी ने खीरी में तबाही मचा रखी है। मंगलवार की रात को ही पलिया और भीरा के बीच मुख्य रोड पर तीन फीट पानी आ गया। इसके बाद इस रोड का ट्रैफिक बंद कर देना पड़ा। यहां से गुजरने वाली प्राइवेट बसें भी प्रशासन में रोक दीं। उधर शारदा तो जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शारदा अपने खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है। पलिया के कई मोहल्लों में दो से तीन फीट तक पानी घुस गया है। उधर धौरहरा के 15 गांवों में बाढ़ का पानी दाखिल हो चुका है। गांवों तक जाने का रास्ता बन्द है। ट्रांस शारदा क्षेत्र के 12 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है गोविंदनगर, खजुरिया, प्रतापनगर में लगातार बाढ़ का पानी बढ़ रहा है।तिकुनिया में मोहाना और कर्णाली नदी उफनाई हुई है। तिकुनिया के 11 गांवों में बाढ़ का पानी दाखिल हो चुका है। नया पिंड, चौगुरजी में वाहन बन्द कर दिये गए हैं। नाव लगाई गई हैं। फूलबेहड़ के 11 गांवों में भी पानी दोपहर तक पहुंचने की आशंका है। डीएम डॉ अरविंद चौरसिया ने सभी एसडीएम से बाढ़ के हालातों पर नजर रखने को कहा है।