मुजफ्फरपुर में डायरिया का प्रकोप फैल गया है। सरैया प्रखंड के रुपौली गांव में मंगलवार को तीन दर्जन बच्चे डायरिया व फूड प्वाइजनिंग से बीमार हो गए। एक बच्चे की मौत भी हो गयी है जिसकी पहचान बिगन महतो के 10 वर्षीय पुत्र निशांत कुमार के रूप में हुई है। 28 बच्चों व किशोरों का केजरीवाल अस्पताल व पीएचसी में इलाज चल रहा है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
एक ही गांव रुपौली के 4 वर्ष से 15 वर्ष तक के तीन दर्जन बच्चे व किशोरों के उल्टी व दस्त से बीमार होने की सूचना से जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक हड़कंप मच गया। आनन-फानन में जिला से सीएस विनय कुमार शर्मा, एसीएमओ सुभाष प्रसाद सिंह, केयर इंडिया के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी स्वास्थ्य टीम के साथ सरैया पहुंचे। इससे पहले पीएचसी से डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी गांव पहुंच गए थे। दो दर्जन बच्चों को पीएचसी लाकर इलाज हो रहा है
निजी अस्पतालों में भी जा रहे हैं बीमार
पीएचसी प्रभारी डॉ. डीसी शर्मा ने बताया कि दो एंबुलेंस से बीमार 20 बच्चों को पीएचसी लाकर इलाज किया जा रहा है। निजी अस्पताल में बीमार एक बच्चे की मौत हुई है। सूचना पर पहुंचे विधायक अशोक कुमार सिंह, उदय शाही, सुनील गुप्ता आदि मौके पर माजूद थे। बच्चों के बीमार होने से गांव में अफरातफरी मच गई।
इनका चल रहा इलाज
ज्योति कुमारी (9 वर्ष) व निशा कुमारी (7) पिता राजू महतो, पायल (5) व कविता कुमारी (7) पिता राजकुमार महतो, पल्लवी(6) पिता मुन्ना महतो, लड्डू
कुमार (7) पिता विश्वनाथ महतो, प्रीति (4) पिता संजय महतो, संध्या (5) पिता विरेन्द्र महतो, शिवम (8) पिता विजय साह, मुस्कान(7) पिता मिथुन
कुमार, सुजीत(14) पिता शंकर महतो, आशुतोष(11) पिता लालबाबू महतो, सिमरन(10) व प्रियांशु (12) पिता उमेश महतो, आरती (10) पिता सुनील महतो,
रजनीश (8) पिता मुन्ना कुमार महतो, रिशु(15) व साध्वी (7) पिता अनिल महतो, बबिता कुमारी (12) पिता विश्वनाथ महतो का इलाज सीएचसी सरैया में
कराया जा रहा है।