नोएडा में किसानों और प्रशासन के बीच टकराव बढ़ता ही जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के खिलाफ चल रहा 81 गांवों के किसानों का आंदोलन सोमवार को और तेज हो गया। करीब 50 दिन से हरौला बारात घर में धरने पर बैठे किसानों ने आज नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे (परी चौक से नोएडा की ओर आने वाले रास्ते) पर ट्रैक्टर खड़े कर जाम कर दिया।
भारी तादाद में किसान नोएडा प्राधिकरण आ रहे किसानों सुबह नोएडा में महामाया फ्लाईओवर पर इकट्ठे हुए थे और फिर वहां से नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टरों के साथ और पैदल ही नोएडा की ओर बढ़ने लगे। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने किसान नेताओं को समझाने की कोशिश भी की, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद किसान नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी के घर के बाहर जाकर धरने पर बैठ गए। किसानों ने प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है।
किसानों के आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने ऐहतियातन बैरिकेड लगाकर दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को बंद कर दिया है। इसके चलते नोएडा से दिल्ली आने वाले रास्ते पर भारी जाम लगा हुआ है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और दिल्ली की सीमा में दाखिल होने वाली हर गाड़ी की गहनता से जांच की जा रही है।नोएडा की ओर से जाने वाले वाहनों को डीएनडी की ओर से दिल्ली भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि नोएडा के 81 गांवों के किसान बढ़ी हुई दर से मुआवजा देने, आबादी की समस्याओं का निस्तारण करने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में महिलाएं व बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल हैं।
किसानों का कहना है कि प्राधिकरण में बैठे अधिकारी खुद को कॉरपोरेट कंपनी का अधिकारी मानते हैं तथा उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि किसानों की जमीन पर ही उनका दफ्तर बना है। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी सारी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा।