कानपुर में प्रॉपर्टी डीलर ईश्वरचंद्र दीक्षित के आत्मदाह करने के मामले में सोमवार को परिजनों ने पांच मांगों को लेकर शव रखकर रोड जाम कर दिया। यशोदानगर बाईपास पर महिलाओं ने मानव शृंखला बनाकर ट्रैफिक रोक दिया। ईश्वरचंद्र की बेटियों ने यशोदानगर बाईपास पर लेटकर इंसाफ की गुहार लगाई। मांगों के संबंध में लिखित आश्वासन के बाद शाम करीब 7:30 बजे परिजनों ने जाम समाप्त किया। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी की तहरीर पर चौकी इंचार्ज गंगापुर समेत नौ लोगों के खिलाफ आत्महत्या को उकसाने समेत अन्य गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।
प्रॉपर्टी डीलर ने रविवार को प्लॉट के विवाद में खुद पर पेट्रोल छिड़क आत्मदाह कर लिया था। उनकी पत्नी रानी दीक्षित समेत बेटियों ने पुलिस वालों पर प्लॉट खाली करने का दवाब बनाने के अलावा सुनवाई न करने का आरोप लगाया था। सोमवार को शव घर पहुंचा तो रिश्तेदारों-परिजनों समेत आक्रोशित लोगों ने पहले छप्पन भोग चौराहा श्याम नगर में जाम लगा दिया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे मगर परिजन अड़े रहे। इसके बाद यहां से शव उठा यशोदानगर बाईपास पर रखकर हंगामा किया। पांच घंटे तक चले हंगामे में यशोदा नगर से रामादेवी की तरफ जाने वाला यातायात बाधित हो गया। सड़क के दोनों तरफ तार बांधकर टायर आदि रख दिए। पुलिस ने एक आरोपित घनश्याम को हिरासत में ले लिया।
इन पर केस दर्ज किया गया
प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी रानी की तहरीर पर चौकी इंचार्ज गंगापुर पुष्पेन्द्र सिंह, घनश्याम गौड़, बल्लू द्विवेदी, जितेन्द्र दीक्षित और पांच अज्ञात पर धारा 147 (उपद्रव का दोषी ), 448(गृह अतिचार करना), 504(धमकी देना) और 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।