उत्तराखंड के पहाड़ों में पिछले चौबीस घंटे से लगातार हो रही बारिश से काफी नुकसान हुआ है। नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण 9 मजदूरों समेत कुल 15 लोगों की मौत हो गयी है। रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए। ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। शाम को पास में ही एक मकान में रह रहे इन मजदूरों के ऊपर 24 घन्टे से हो रही बारिश के कारण मलबा आ गया। जिससे 9 की मौत हो गयी।
जबकि एक मजदूर की हालत गंभीर बताई जा रही है। सड़क बंद होने के कारण मजदूरों के शव नहीं निकाले जा सके हैं। सभी मजदूर उत्तरप्रदेश और बिहार के रहने वाले हैं। वहीं, जिले के दोषापानी में भी भूस्खलन के कारण 3 ग्रामीणों की मौत हो गयी है। इसके अलावा मलबा आने से क्वारब में भी 2 मजदूरों की मौत हो गयी है। सभी जगह पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य किया जा रहा है लेकिन खराब मौसम से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
लोग घरों से बाहर शवो को बाहर निकालने की मशक्कत में जुटे हैं। यूपी बिहार के मजदूरो ने सोचा भी नही होगा कि रात को सोने के बाद वह मकान के मलबे में जिंदा दफन होने वाले हैं। ग्राम प्रधान सुरेश मेर ने बताया कि मकान के अंदर मलबा घुसने से 9 मजदूर जिंदा दफन हो गए हैं। वह पिछले 25 दिनों से सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे।