उत्तर प्रदेश विधानसभा में डिप्टी स्पीकर पद के लिए मतदान खत्म हो गया है। इस चुनाव में भाजपा समर्थित नितिन अग्रवाल और समाजवादी पार्टी समर्थित नरेन्द्र वर्मा आमने-सामने हैं। खबर है कि बसपा के आठ बागी विधायकों ने क्रास वोटिंग की है जबकि रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने पार्टी लाइन तोड़कर अपना वोट डाला। कांग्रेस ने इस चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया था। उधर, समाजवादी पार्टी ने बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए सवाल उठाया है कि जब गुप्त मतदान की बात थी तो खुला मतदान क्यों कराया गया।
पार्टी नेता नरेश उत्तम पटेल ने यह सवाल उठाया। थोड़ी ही देर में मतों की गणना शुरू होगी। माना जा रहा है कि मतगणना शुरू होने के 40 से 50 मिनट के अंदर रिजल्ट आ जाएगा। डिप्टी स्पीकर चुनाव को लेकर इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया था। भाजपा ने नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल को समर्थन दिया तो समाजवादी पार्टी ने नरेन्द्र वर्मा को मैैैदान में उतार कर अपना दांव खेेल दिया। हालांकि आंकड़े नितिन अग्रवाल के पक्ष में हैं लेकिन हर किसी की नज़र क्रास वोटिंग करने वाले विधायकों पर है। सब यह जानना चाहते हैं कि कुल कितने विधायकों ने किसके पक्ष में क्रास वोटिंग की। गौरतलब है कि यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस लिहाज से ये चुनाव यूपी के सियासी गलियारों में मौजूदा माहौल को भांपने का एक जरिया बन सकता है।
विधायक अदिति सिंह के मतदान करने पर कांग्रेस ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि कुछ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अदिति सिंह पहले ही पार्टी से निष्कासित की जा चुकी हैं। सपा के नेता नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि सपा के नेता ने पहले ही कहा है कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होता है। डिडिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष का पद होता है। भाजपा को अपने लोगों पर भी भरोसा नहीं है। बैलेट बॉक्स को पहले वेल के बीच में रखने की बात हुई थी लेकिन बाद में इसे सत्ता पक्ष की मेज पर रख दिया गया। यह बूथ कैप्चरिंग है।