सतना की रैगांव विधानसभा सीट की सभा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह मंच पर खड़ी महिला प्रत्याशी के बालों में अपना चश्मा तलाशते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर कांग्रेस ने हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है और मामले को महिला सुरक्षा से जोड़ते हुए सवाल उठाया है।
ऐसे फंसा था प्रत्याशी के बालों में चश्मा
अब सवाल यह उठता है कि आखिर मंत्री का चश्मा भाजपा प्रत्याशी के बाल में फंसा कैसे? इसके लिए लाइव हिंदुस्तान टीम ने शिवराज सिंह चौहान की जनसभा का पूरा वीडियो देखा। वीडियो दिख रहा है कि रैगांव विधानसभा क्षेत्र के सेमरवारा की जनसभा में सीएम मंच पर बैठे नेताओं और स्थानीय गणमान्य लोगों के नाम संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान एक नेताजी का नाम बताने के लिए मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह उठकर खड़े होते हैं। जब वह वापस अपनी सीट पर बैठने के लिए जा रहे थे तो सीएम के पास खड़ी महिला प्रत्याशी प्रतिमा बागड़ी के बालों में उनकी जेब में रखा चश्मा उलझ गया। वह बालों में उलझकर लटक गया। इसका न तो मंत्रीजी को आभास हुआ और न ही प्रतिमा बागड़ी को अहसास हुआ कि उनके बालों में कोई चीज उलझी है।
मंत्रीजी चश्मा ढूंढने लगे तो बगल में बैठे नेता ने बताया
कुछ देर बाद मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने देखा कि उनका चश्मा जेब में नहीं है। चश्मे की जरूरत पड़ी तो वे जेब में तलाशने लगे। जब चश्मा नहीं मिला और अगल-बगल झांकने लगे। मंत्रीजी के पास ही बैठे दूसरे नेता ने उन्हें इशारे में बताया कि चश्मा प्रतिमा बागड़ी के बालों में उलझा है। यह देखकर उन्होंने प्रतिमा को डिस्टर्ब किए बिना धीमे से चश्मे को निकालने का प्रयास किया। इसी दौरान महिला प्रत्याशी पलटकर देखती हैं तो मंत्री उन्हें चश्मा दिखाते हुए बताते हैं कि वह अपना चश्मा निकाल रहे थे। मामला समझते ही आसपास के लोगों के साथ भाजपा प्रत्याशी भी हंस पड़ती हैं और सब सामान्य हो जाता है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
जब प्रतिमा बागड़ी के बालों से मंत्रीजी द्वारा चश्मा निकाले जाने का वीडियो वायरल हुआ तो कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार पर हमला बोल दिया। कांग्रेस ने इसे मंत्री द्वारा महिला से छेड़छाड़ का मामला बताते हुए कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में मंत्रीजी ने एक महिला को छेड़ा है। ऐसे में मध्य प्रदेश में महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी।
मंत्री ने दी सफाई
मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने मामले में सफाई दी है। उन्होंने समाचार एजेंसी यूनीवार्ता से कहा कि मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान वे उनसे कुछ बात करने के लिए उठे थे। लौटकर जब वे अपनी सीट पर आए तो उन्हें अपने कुर्ते की जेब में चश्मा नहीं मिला। बाजू में बैठे एक अन्य भाजपा नेता ने श्री सिंह को इशारे से उनके चश्मे के बारे में बताया। मंत्री ने इसे एक सामान्य घटना बताया है।