यशपाल आर्य के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में खाली चल रही एक मंत्री पद की सीट को सीएम ने नहीं भरने के संकेत दिए हैं। शनिवार को उत्तराखंड जन विकास सहकारी समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पूछे गए पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी विभागों को जहां जाना था वहां पहुंच चुके हैं। विधानसभा चुनाव-2022 को लेकर भाजपा-कांग्रेस ने अभी से फील्डिंग करनी शुरू कर दी है।
सीएम के इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि कैबिनेट का खाली चल रहा मंत्री पद मुश्किल ही भरा जाएगा। हाल ही में कैबिनेट मंत्री और बाजपुर विधायक यशपाल आर्य ने अपने बेटे नैनीताल विधायक संजीव आर्य के साथ भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी। जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दिया दे दिया था। उसी के बाद से कैबिनेट का एक पद खाली चल रहा है।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव-2022 से पहले भाजपा को तगड़ा झटका दिया है। परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने अपने बेटे नैनीताल विधायक संजीव आर्य के साथ नई दिल्ली में कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। यशपाल उत्तराखंड सरकार में समाज कल्याण मंत्री व परिवहन मंत्री थे। दोनों नेताओं ने पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, कांग्रेस प्रदेश कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल सहित राष्ट्रीय महामंत्री-संगठन केसी वेणुगोपाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की मौजदूगी में कांग्रेस का दामन थाम लिया।
बाजपुर से विधायक और समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य व उने बेटे संजीव आर्य नैनीताल विधानसभा सीट से विधायक हैं। दोनों ने 2017 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था। जिसके बाद भाजपा ने दोनों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी भी बनाया था। पिता और बेटे ने भाजपा को निराश न करते हुए जीत भी दर्ज की थी। इसके बाद भाजपा सरकार ने यशपाल आर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया। लेकिन, विधानसभा चुनाव-2022 से पहले ही एक बार फिर यशपाल और संजीव ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।