यूपी के बाद दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में बच्चों में वायरल बुखार के मामले बढ़ते जा रहे है। डॉक्टरों ने कहा है कि वे बच्चों में वायरल मामलों में बढ़ोतरी देख रहे हैं। वायरल बुखार के ये मामले ऐसे समय में बेहद चिंताजनक हैं जब राज्यों में कोरोना के केसों में भी उछाल देखने को मिल रहा है। बता दकें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश का फिरोजाबाद बुखार के ऐसे मामलों का हॉटस्पॉट बनकर उभरा हैं जहां इस वायरस फीवर के भारी मात्रा में मामले सामने आए। अब दिल्ली, नोएडा में भी बुखार ने अपने पैर पसार लिए हैं।
दिल्ली के मधुकर रेनबो चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के डायरेक्टर और बाल विशेषज्ञ डॉक्टर नितिन वर्मा ने कहा, “हम वायरल बुखार का प्रकोप देख रहे हैं। हमें बच्चों में वायरल बुखार के बहुत सारे मामले मिल रहे हैं। हमारे लगभग 25 प्रतिशत ओपीडी में ऐसे बच्चे होते हैं जिन्हें आमतौर पर सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षणों के साथ बुखार आ रहा है।”
इन मामलों में साधारण वायरल और स्वाइन फ्लू के भी कुछ मामले शामिल हैं।
जीआईएमएस नोएडा के निदेशक डॉ (ब्रिगेड) राकेश गुप्ता ने बताया कि वायरल बुखार से पीड़ित छह बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और एक मामला डेंगू का है। उन्होंने कहा, ‘हमें ओपीडी में रोजाना लगभग 30 मरीज वायरल बुखार की शिकायत के साथ मिल रहे हैं।’
उत्तर प्रदेश में वायरल फीवर, डेंगू और मलेरिया के मामले तेजी से बढ़े हैं। राज्य के पश्चिमी भाग में फिरोजाबाद एक हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है, जहां ज्यादातर मामले सामने आए हैं।
बरेली, बदायूं, मुरादाबाद और पीलीभीत जिलों जैसे नए क्षेत्रों से वायरल बुखार के मामले सामने आ रहे हैं। बदायूं जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) विजय बहादुर राज ने कहा कि उन्हें हर दिन 1,100 से 1,400 मरीज मिल रहे हैं और उनमें से ज्यादातर वायरल बुखार जैसे लक्षणों की शिकायत करते हैं। मुरादाबाद में मंगलवार को वायरल फीवर के करीब 400 नए मरीज सामने आए।