बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने राजस्थान में दलित युवक की हत्या मामले में कांग्रेस की निंदा करते हुए कहा है कि कांग्रेस का नेतृत्व इस मामले में खुद भी चुप है और अपने दलित नेताओं के भी बोलने पर पाबन्दी लगाकर उनकी जुबान बंद कर दी है, जो दु:खद एवं शर्मनाक है।
बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान की ताज़ा घटना में एक दलित की पीट-पीट कर निर्मम हत्या की गयी जिसकी चचार् और निन्दा पूरे देश भर में हुई, किन्तु कांग्रेस इस मुद्दे पर खामोश है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पाटीर् और इनकी सरकारों की नजर में दलितों की न तो पहले कोई अहमियत थी और न ही अब उनके जान-माल और सुरक्षा की कोई खास परवाह है। मायावती ने कहा कि पंजाब के नये मुख्यमंत्री चरण जीत सिंह चन्नी और गुजरात के इनके नये नेता द्वारा भी दोहरा मापदण्ड अपनाते हुए अभी तक अपनी जुबान बंद रखना कितना उचित है?
उन्होंने कहा कि राजस्थान के इस हत्याकाण्ड के सम्बंध में तीन दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिससे पीड़ति परिवार को सरकार से न्याय मिलने की संभावना कम ही लगती है। अत: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की तरह ही इस मामले का भी सवोर्च्च न्यायालय अगर स्वत: संज्ञान ले तो बेहतर होगा।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के हनुमानगढ़ में दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले ने सियासी रंग ले लिया है। आज इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी कांग्रेस पर हमला बोला था।