लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में दिल्ली कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को दिल्ली में उपराज्यपाल कार्यालय के पास मौन व्रत रखा और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शन में शामिल होने वालों में दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार और कृष्णा तीरथ और अनेक पूर्व विधायक और नेता शामिल थे।
जानकारी के अनुसार, दरअसल, 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में गत रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध करने के दौरान हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (टेनी) के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मृतकों में दो भाजपा कार्यकर्ता, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के एक ड्राइवर और एक स्थानीय रिपोर्टर भी शामिल थे।
किसानों ने दावा किया कि अजय मिश्रा का बेटा आशीष एक गाड़ी में था, इस आरोप का उनके और उनके पिता ने खंडन किया, जो कहते हैं कि वे यह साबित करने के लिए सबूत पेश कर सकते हैं कि वह उस समय एक कार्यक्रम में थे।
मौन व्रत शुरू करने से पहले दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “कांग्रेस सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राज्यपालों और उपराज्यपालों के कार्यालयों के बाहर ‘मौन व्रत सत्याग्रह’ कर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री (अजय मिश्रा) के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग कर रही है, जो लखीमपुर घटना की जांच को प्रभावित कर सकते हैं।
इसके साथ ही भारतीय युवा कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी जंतर मंतर पर ‘मौन व्रत’ पर बैठे।