इंस्पेक्टर जेएन सिंह से उसी कमरे में सवाल पूछे गए जिस कमरे में वह 13 दिन पहले इंस्पेक्टर की कुर्सी पर बैठा करते थे और खुद बदमाशों से सवाल पूछा करते थे। पर इसी को कर्मों की सजा कहते हैं कि इस बार उस कुर्सी पर कोई और बैठा था और जेएन सिंह उस कुर्सी से 180 डिग्री पर नजर आ रहे थे। एसआईटी की विवेचना टीम में बृजेश श्रीवास्तव ने ज्यादातर सवाल किए। टीम के अन्य सदस्य उनसे सवाल पूछते रहे और वे जवाब देते रहे। वे खुद को बेगुनाह साबित करने में जुटे रहे। करीब छह घंटे तक इनसे पूछताछ चली। शाम को साढ़े पांच बजे से रात में साढ़े 11 बजे तक पूछताछ चली। एसआईटी के जांच प्रभारी आनंद तिवारी ने भी कुछ सवाल जवाब किए। दोनों से एसआईटी ने 200 के करीब सवाल पूछ डाले।
सवाल: एसआईटी-किसके आदेश पर चेकिंग करने निकले थे
जवाब:सर, रूटीन चेकिंग थी
सवाल: क्या रोज करते थे?
जवाब: नहीं सर जब आदेश होता था तब या किसी संदिग्ध की सूचना पर
सवाल: उस दिन किसने सूचना दी,
जवाब-सर मामूर गशत पर थे होटल के बाहर हरियाणा नम्बर की गाड़ी दिखी लगा कोई बाहरी है संदिग्ध भी हो सकता है इसलिए चेकिंग करने गए।
सवाल: वहां पहुंच कर आप ने क्या किया?
जवाब: सर, होटल स्टाफ को साथ लिया और दरवाजा खटखटाया, तीन लोग थे जैसा पहले बताया जा चुका था, दोनों को बाहर बुलाया, सभी को बाहर आने को कहा, दो आए तीसरा नहीं आया, दो दोस्तों ने बताया कि तीसरा सो रहा है तब अंदर दखिल हुए।
सवाल: दोस्तों से क्यो नहीं जगाया, स्टाफ को बाहर क्यों रोका
जवाब: संदिग्ध होने से वे लोग खुद गए
सवाल: कमरे के भीतर क्या हुआ
जवाब: सर, मनीष सो रहा था, जगाया तो हड़बड़ाकर उठा और गिर पड़ा फिर संभला और पुलिसवालों को अदर्ब में लेने लगा। जब उससे आईकार्ड मांगा गया तो शराब के नशे में होने की वजह से फिर गिर पड़ा और सिर में चोट आई और खून निकलने लगा।
सवाल: फिर आप ने क्या किया?
जवाब: सर, उसे बाहर ले आया गया और अस्पताल पहुंचाया गया, पहले जिला अस्पताल फिर मेडिकल कालेज
सवाल: जिला अस्पताल तो गए ही नहीं?
जवाब: पुलिस वाले … चुप्पी
सवाल: मानसी हास्पिटल ले गए तो जीडी में जिक्र क्यो नहीं किया?
जवाब-चुप्पी
सवाल:मानसी हास्पिटल से मेडिकल कालेज तक 11 किमी दूरी पहुंचने में इतना देर क्यों लगा,कहीं और गए थे क्या?
जवाब: पुलिसवाले … चुप्पी फिर बोले सर सरकारी गाड़ी थी स्पीड नहीं पकड़ रही थी
सवाल: पहले जिंदा फिर मृत क्यों दिखाया
जवाब: हमने कुछ नहीं किया, हमने बीआरडी में मृत होना ही लिखा है
सवाल: आप लोगों ने रायफल के बट से मारा था या दीवार से सिर टकराया था, या पिस्टल के बट से मारा
जवाब: सर यह गलत है, हमने उसे नहीं पीटा, वह गिरने से ही मरा
सवाल: गिरने की वजह से मरा तो सिर में चोट कैसे आई
जवाब: पुलिसवाले … लम्बी सांस लेते हुए चुप्पी
सवाल: मनीष की मौत कहां हुई होटल या अस्पताल ले जाते वक्त
जवाब: सर मेडिकल कालेज पहुंचे पर
सवाल: फुटेज में गर्दन लुढ़की हुई और हाथ पैर ढीले दिखाई दे रहे हैं
जवाब: पुलिस वाले … चुप्पी, सर बीआरडी में डॉक्टर ने मृत घोषित किया
सवाल: जब गलती नहीं थी तब भागे क्यों?
जवाब: हम डर गए थे सर, तबीयत खराब थी, इलाज के लिए गए थे
सवाल: कुछ कहेंगे
जवाब: सर, हम बेकसूर हैं,फंस गए हैं, बचा लीजिए
ऐसे चला घटनाक्रम
5 बजेः इंस्पेक्टर राणा देवेंद्र की टीम ने आरोपितों को पकड़ा
5.10 बजेः गिरफ्तार करने वाली टीम आरोपितों को लेकर रामगढ़ताल थाने पहुंच गई
5.15 बजेः एसएसपी ने एसआईटी कानपुर को पकड़े जाने की सूचना दे दी
6 बजेः एसआईटी के सदस्य रामगढ़ताल थाने पहुंच गए और पूछताछ शुरू कर दी
6.55 बजेः एसआईटी के प्रभारी आनंद प्रकाश भी रामगढ़ताल थाने पहुंच गए
11.25 बजेंः कस्टडी के बीच में आरोपितों को स्पेशल कोर्ट में पेश करने को ले गई पुलिस