सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) ने महाराष्ट्र के इगतपुरी और कसारा रेलवे स्टेशनों के बीच लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में सवार 20 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार के मामले में शामिल सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। घटना शुक्रवार की रात की है जब आरोपी मुंबई जाने वाली ट्रेन में इगतपुरी में चढ़ गया और कथित तौर पर उस समय अपराध किया जब ट्रेन घाट सेक्शन से गुजर रही थी। पुलिस ने तब इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, उन्होंने अब मामले के सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पहचान प्रकाश उर्फ पाक्या दामू पारधी (20), अरशद शेख (19), अर्जुन उर्फ पाव्या सुभाष सिंह परदेशी (20), किशोर नंदू सोनवणे उर्फ कालिया (25), काशीनाथ रामचंद्र तेलम काश्या (23), आकाश शेनोर उर्फ अक्या (20), धनंजय भगत उर्फ गुड्डू (19) और राहुल आदोले उर्फ राहुल्या (22) के रूप में हुई है।।
जीआरपी के एक अधिकारी के मुताबिक, आरोपी ने ट्रेन में घुसने से पहले गांजा पी लिया। उन्होंने शुरू में ट्रेन में डकैती करने की योजना नहीं बनाई थी। लेकिन, ट्रेन में घुसने के बाद, आरोपियों में से एक ने एक यात्री को चाकू से धमकाकर अपराध करने की कोशिश की। डरे हुए यात्री ने उसे कैश दे दिया। लूट की कोशिश को सफल देख अन्य आरोपितों ने भी यात्रियों को चाकुओं से धमकाना शुरू कर दिया। अधिकारी ने कहा कि उन्हें लगा कि उन्हें अंधेरे में पहचाना नहीं जाएगा।
पुलिस उपायुक्त, जीआरपी, मनोज पाटिल ने कहा, “हमने मामले के सभी आठ आरोपियों को इगतपुरी के घोटी इलाके से गिरफ्तार किया है। चार आरोपियों का कुछ आपराधिक रिकॉर्ड है, जबकि शेष के खिलाफ उनके खिलाफ कोई पिछला मामला नहीं है।”
मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपियों ने 16 यात्रियों से नकदी लूट ली और नौ मोबाइल फोन भी ले गए। आरोपी ने 20 वर्षीय महिला का यौन उत्पीड़न किया, जिसकी हाल ही में शादी हुई थी और वह मुंबई में बसने के लिए आ रही थी। अधिकारी ने बताया कि जब महिला के पति ने उसे बचाने की कोशिश की तो आरोपी ने उसके साथ भी मारपीट की।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 395 (डकैती) और 376 (डी) (सामूहिक बलात्कार) सहित विभिन्न भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।