शिष्याओं से यौन शोषण के मामले में 20 साल कैद की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम की मुसीबतें और बढ़ गई हैं। हरियाणा की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने शुक्रवार को रणजीत सिंह हत्याकांड (Ranjit Singh Murder Case) में डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) और चार अन्य को दोषी करार दिया है। सजा का ऐलान 12 अक्टूबर को होगा। राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है।
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह और चार अन्य आरोपियों को 2002 में हुई रंजीत सिंह की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया है। रणजीत सिंह डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के समर्थक थे और 10 जुलाई 2002 को उनकी हत्या कर दी गई थी। सीबीआई ने 3 दिसंबर 2003 को रणजीत सिंह हत्या मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में रंजीत सिंह के बेटे जगसीर सिंह ने याचिका दायर की थी।
इस हफ्ते की शुरुआत में, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने गुरमीत राम रहीम के खिलाफ हत्या के मुकदमे को पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट से किसी अन्य सीबीआई कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया था।
अब, पंचकूला में स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम सिंह और अन्य सह-आरोपियों को आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत दोषी ठहराया है। सजा का ऐलान 12 अक्टूबर को होगा।
गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम अपनी दो महिला शिष्याओं के साथ बलात्कार के आरोप में 20 साल की जेल की सजा काट रहा है। उसे अगस्त 2017 में पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने दोषी ठहराया था।
वहीं, गुरमीत राम रहीम को बुर्ज जवाहर सिंह वाला गुरुद्वारा से गुरु ग्रंथ साहिब की एक ”बीर” (प्रतिलिपि) की चोरी से संबंधित एक मामले में भी आरोपी बनाया गया है।