शादी के दस दिन बाद ही दुल्हन पति द्वारा दिए गए जेवर, कपड़ों के अलावा घर में रखी नकदी व सामान लेकर रफुचक्कर हो गई। महीनों ढूंढने के बाद पता चलने पर उसके पति ने दरगाहपुर की युवती सहित तीन लोगों के खिलाफ तहरीर दी, पर कार्रवाई नहीं हुई। उसने एसएसपी हरिद्वार से मामले की शिकायत की है।
सुल्तानपुर का नूर मौहम्मद गांव के एक व्यक्ति के पास काम करता है। इसी साल दरगाहपुर के व्यक्ति ने लक्सर के लक्सरी मौहल्ले में अपने परिचित परिवार की युवती से उसकी शादी कराने का वादा किया। उसने लक्सर में उसे एक लड़की को दिखाया तो नूर मौहम्मद तैयार हो गया। इस पर उसने नूर मौहम्मद से उसके गहने, कपड़े बनवाने के लिए 90 हजार रुपये ले लिए। बाद में खड़ंजा कुतुबपुर की मस्जिद में दोनों का निकाह हुआ और पति पत्नी सुल्तानपुर चले गए।
पत्नी 8 साल के बच्चे को भी अपने साथ ले आई। पूछने पर उसे अपना भतीजा बताया। करीब दस दिन बाद नूर मौहम्मद काम करके लौटा तो पत्नी व बच्चा गायब थे। साथ ही उसके गहने, कपड़े और घर की नकदी व कीमती सामान भी लापता मिला। नूर मौहम्मद ने लक्सरी में जाकर जानकारी ली। महीनों बाद पता चला कि उक्त युवती लक्सरी की नहीं बल्कि दरगाहपुर के उसी व्यक्ति की बेटी है।
लक्सरी में उसकी शादी हुई थी। पति से बेटा होने के बाद वह लड़कर मायके में रह रही है। नूर मौहम्मद ने उसके पिता से संपर्क किया तो उसने अपने बेटे संग मिलकर उससे मारपीट की। नूर मौहम्मद की तहरीर पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। उसके अधिवक्ता चौधरी भूपसिंह ने एसएसपी हरिद्वार को शिकायती पत्र भेजकर दरगाहपुर की युवती, उसके पिता व भाई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।