दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रोहित चौधरी गैंग के चार शूटरों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों पर दर्जनभर आपराधिक वारदात को अंजाम देने का आरोप है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंबेडकर नगर के दक्षिणपुरी निवासी निवासी राजेश, शशि उर्फ लाला, शिवम और सुनील उर्फ मोहित के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, रोहित चौधरी ने इन्हें एक प्लॉट पर कब्जा करने के लिए भेजा था। इसी दौरान सूचना मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को धर दबोचा।
डीसीपी क्राइम राजेश देव के मुताबिक, दो अक्तूबर को रोहित चौधरी गैंग के शातिर सदस्य राजेश उर्फ रावण के बारे में पता चला कि वह दिल्ली से अपने साथियों के साथ कहीं फरार होने वाला है। रावण को एक कार से मानेसर की ओर जाते हुए देखा गया है और उसे एनएच-8 से पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए मानेसर से दिल्ली आ रही एक कार को रोका गया, जिसमें सवार आरोपी राजेश उर्फ रावण पकड़ा गया। इसके बाद रावण से पूछताछ के आधार पर शशि उर्फ लाला, सुनील उर्फ मोहित और शिवम को जेड मोड़, दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में पता चला कि गैंगस्टर रोहित चौधरी ने रावण को अपने भाई विष्णु चौधरी और चाचा से मिलकर आया नगर का प्लॉट खाली कराने और इस पर कब्जा रखने वालों को मारने का निर्देश दिया था। इसके बाद राजेश उर्फ रावण ने योजना बनाई और शशि उर्फ लाला, शिवम और सुनील उर्फ मोहित को वहां भेजा। कुछ और व्यक्तियों की व्यवस्था विष्णु चौधरी और रोहित चौधरी ने की। इसके बाद गत एक अक्तूबर को शाम 7 बजे आरोपी लोहे की छड़ और हथौड़ों से लैस होकर गुर्जर चौक, फेज-6, आया नगर के पास एक भूखंड में घुस गए और 35 वर्षीय जयवीर की पिटाई की।
इस दौरान जयवीर को बचाने के लिए महेश उर्फ महकर नाम का एक व्यक्ति बगल के कमरे से बाहर निकला लेकिन हमलावरों ने उसका पीछा किया तो वह दोबारा कमरे में छिप गया। हमलावरों ने इस दौरान कार्यालय में तोड़फोड़ की और कमरे की खिड़की के शीशे व दरवाजे तोड़ दिए। इसके बाद बाइक सवार आरोपियों ने फरार होने के दौरान सड़क पर दो गोलियां दागी थीं। इस वारदात के बाद सभी दिल्ली से फरार होने वाले थे। लेकिन, सूचना के आधार पर पहले रावण और फिर तीनों आरोपी पकड़े गए