बिहार में दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि एनडीए दोनों सीटों पर मजबूती से लड़ रही है और फैसला जनता के हाथ में है। हम लोग एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि बाकी पार्टियों का अपना-अपना सोचने का तरीका है, कौन क्या बोलता है, इससे कोई मतलब नहीं है। सीएम नीतीश से जब पूछा गया कि लालू यादव भी उपचुनाव में प्रचार करेंगे तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि रोकता कौन है, वह तो पहले भी करते रहते हैं। भाषण देंगे की क्या करेंगे, वही बताएंगे। वह तो जेल से भी है सब करते रहते हैं।
वहीं दूसरी ओर उपचुनाव में राजद की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने के बाद अब कांग्रेस हमलावर हो गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि राजद ने भाजपा के खिलाफ कांग्रेस की मुहिम को कमजोर करने की कोशिश की है। राजद ने गठबंधन को लेकर गलत कदम उठाए। कांग्रेस अब कुछ भी फैसला ले सकती है।
राजद से दूरी और जदयू से नजदीकी बढ़ाने के संकेत देते हुए शकील ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ जब हम महागठबंधन में थे तो हमारी जीत का स्ट्राइक रेट काफी अच्छा था, लेकिन जो लोग खास समीकरण की बात करते हैं, उनके समीकरण का क्या हुआ। जदयू के साथ जाने के सवाल पर शकील ने कहा कि अगर नीतीश कुमार भाजपा के साथ गठबंधन से अलग हो जाएं तो कांग्रेस के दरवाज़े उनके लिए खुले हुए हैं। हालांकि इस पर फैसला नीतीश कुमार को लेना है। वहीं, पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि सम्मान एकतरफा नहीं होता, दोनों ओर से होना चाहिए। कन्हैया कुमार के पार्टी में आने के सवाल पर कहा कि गठबंधन में किसको आपत्ति है, यह उनकी सोच है।