लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद विपक्षी नेताओं को मौके पर जाने से उत्तर प्रदेश की सरकार ने रोक दिया। कानून-व्यवस्था बिगड़ने का हावाला दिया गया। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विपक्षी नेताओं को घटनास्थल पर जाने से रोकने की बात शिवसेना को पसंद नहीं आई। पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में योगी सरकार की खिंचाी की है।
शिवसेना के मुखपत्र सामना ने मंगलवार को जिले की सीमाओं को सील करने और विपक्षी नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की है। पार्टी ने संपादकीय में कहा, “योगी सरकार ने लखीमपुर खीरी की सीमाओं को सील कर दिया। घटना स्थल के रास्ते में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को गिरफ्तार कर लिया। सांसद हुड्डा के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया था। अखिलेश यादव को भी नजरबंद रखा गया था।”
इसमें आगे कहा गया है, ‘अगर लद्दाख में भारत-चीन सीमा को उसी तरह सील कर दिया जाता है जिस तरह से लखीमपुर खीरी की सीमा को सील कर दिया गया है, तो चीनी सैनिकों की घुसपैठ नहीं होती।”
केंद्र पर हमला जारी रखते हुए शिवसेना ने अपने संपादकीय में लखीमपुर खीरी की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया है। भगवा पार्टी ने कहा, “हमारे प्यारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बहुत ही संवेदनशील और भावुक व्यक्ति हैं। कई बार प्रधानमंत्री गरीबों के मुद्दों पर भावुक होते दिखाई देते हैं। यह चौंकाने वाला है कि पीएम मोदी ने इस घटना में मारे गए किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त नहीं की है।”