देश में मॉनसून अब अपने आखिरी दौर में है। मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को कहा है कि 6 अक्टूबर से उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से मॉनसून की वापसी शुरू होने की संभावना है। विभाग ने कहा कि आमतौर पर 17 सितंबर से मॉनसून की वापसी शुरू हो जाती है। पिछले साल मॉनसून ने उत्तर पश्चिम भारत के पश्चिमी हिस्सों से 28 सितंबर को वापस जाना शुरू किया था।
मौसम विभाग ने आगे कहा कि इसके प्रभाव में भारत के उत्तर पश्चिम के अत्यधिक भागों में नमी में भारी कमी और बारिश नहीं होने की संभावना है। इस प्रकार लगभग 6 अक्टूबर से उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की शुरुआत के लिए स्थितियां बहुत अनुकूल होने की संभावना है।
इस बीच उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक दबाव बना हुआ है जो उससे सटे कच्छ देवभूमि द्वारका (गुजरात) से लगभग 60 किमी पश्चिम-उत्तर-पश्चिम, कराची (पाकिस्तान) से 280 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और चाबहार पोर्ट (ईरान) से 860 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व की ओर बढ़ रहा है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान उत्तर गुजरात तट से उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर गहरे दबाव में बदलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने आगे कहा कि इसके बाद इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान शाहीन में बदलने की बहुत संभावना है। इसके बाद, इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर पाकिस्तान-मकरान तटों के करीब, भारतीय तट से दूर जाने की संभावना है।