श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद गिरफ्तार किए गए उनके शिष्य आनंद गिरि के आश्रम से 7 घंटे की छापेमारी करने के बाद सीबीआई की एक टीम उन्हें वापस प्रयागराज ले गई। दोपहर में फ्लाईट से उन्हें वापस ले जाया गया। जबकि एक टीम हरिद्वार में रहकर खुफिया तरीके से जांच करेगी। सीबीआई की टीम लैपटॉप, मोबाइल, आईडी और पासवर्ड लेकर वापस लौट गई है।
बुधवार की शाम को श्यामपुर गाजीवाला स्थित आश्रम पहुंची सीबीआई की टीम ने देर रात 3 बजे तक आश्रम में छापेमारी की। और केस से जुड़े सबूत जुटाये। टीम ने एक एक कर रात तक 6 लोगों से पूछताछ की। इनमें दो संतों के अलावा, दो सेवादार, मोबाइल कारोबारी और एक बिल्डर शामिल थे। बुधवार की रात 3 बजे तक पूछताछ चली। 7:30 बजे से यह पूछताछ शुरू की गई थी। एक टीम को हरिद्वार में ही रोका गया। जो स्थानीय पहलुओं पर जांच करेगी। इसमें सीबीआई के एक दरोगा और सिपाही हरिद्वार में रहकर ही पूरे मामले में निगाह रखेंगे। गुरुवार की 11 बजे टीम रानीपुर स्थित एक गेस्ट हाउस से टीम निकली। टीम को लेकर कई कयास लगाये जा रहे थे, लेकिन टीम सीधा जौलीग्रांट पहुंची। जहां दोपहर 1:45 बजे टीम की प्रयागराज की फ्लाईट बुक थी।
ऋषिकेश भी जा सकती है सीबीआई
स्थानीय स्तर पर जांच कर रही सीबीआई की टीम ऋषिकेश भी उस करीबी संत के पास जा सकती है। जहां आनंद गिरी अक्सर आया करते थे। कुछ दिनों पहले भी आनंद गिरी से बातचीत हुई है।