दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने आए कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर की ‘कस्टडी डेथ’ से हड़कंप मच गया। कारोबारी के साथ आए दोस्तों का कहना है कि आधी रात को होटल में चेकिंग के नाम पर कमरे में घुसी पुलिस की पिटाई से मौत हुई है। वहीं एसएसपी के मुताबिक चेकिंग करने गई पुलिस को देखकर हड़बड़ी में गिरने से युवक को चोट लग गई और उसकी मौत हो गई। पुलिस के जुर्म और ज्यादती की घटना होटल के सीसी टीवी कैमरे में भी कैद है। कमरे की फुटेज तो नहीं है पर पुलिस के आने और पिटाई के बाद खून से लथपथ मनीष को लेकर जाने की गतिविधियां कैद हैं। होटल प्रबंधक का कहना है बिना पुलिस की अनुमति या एफआईआर की कॉपी के बगैर वह फुटेज किसी अन्य को नहीं उपलब्ध करा सकेंगे।
दोस्तों को डर, सीसीटीवी फुटेज हटा सकती है पुलिस :
मृतक के दोस्तों चंदन सैनी और हरदीप का आरोप है कि अधिकारी आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि पुलिस दबाव डालकर होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज और डीबीआर से छेड़छाड़ कर सकती है। परिजनों से बात कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ लिखित शिकायत दी जाएगी। हरदीप सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस उनके साथ इस तरह का व्यवहार कर रही थी कि मानो वे कोई अपराधी हैं। जब हमने अपना और प्रदीप का आईकार्ड दिखा दिया तो पुलिस को चले जाना चाहिए था। लेकिन मनीष को लेकर पुलिस उलझ गई। मनीष ने आधी रात में चेकिंग पर सवाल उठाया तो पिटाई कर दी। उन्होंने बताया कि उन दोनों को तो पुलिस वालों ने कमरे से बाहर कर दिया था और अंदर मनीष को पीट रहे थे। उसकी चींखे आ रही थीं। हम लोग अब तक फिल्मों में ही देखते थे कि पुलिस इस तरह चेकिंग करते हुए लोगों की पिटाई करती है पर असल जिंदगी में भी देख लिया। मीनाक्षी ने बताया कि उनके पति का मोबाइल गायब है। आशंका जताई कि मोबाइल पुलिसवालों के पास है, वह रिकार्डिंग भी डिलिट कर सकते हैं।
समय से हॉस्पिटल न ले जाने का आरोप
खून से लथपथ मनीष को आधी रात को पुलिस एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गई थी लेकिन वहां इलाज नहीं हुआ तब मेडिकल कालेज ले गई। देर रात 2.15 बजे मेडिकल कॉलेज में उनके पहुंचने की एंट्री दिखाई गई है। यही नहीं आरोप है कि रात में बिजली कटवाकर शव को मोर्चरी में रखा दिया गया। दोस्तों का कहना है कि अगर सही से इलाज ही हो गया होता तो शायद मनीष की जान बच जाती।
कमरे से खून साफ, चप्पल गायब
मंगलवार शाम मीनाक्षी परिवार संग होटल कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में पहुंचीं, जहां उनके पति ठहरे थे। हैरानी वाली बात यह है कि उनके पहुंचने से पहले ही कमरे से खून के दाग साफ किए जा चुके थे। मनीष का चप्पल और पर्स भी गायब है। आरोप है कि होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे की हार्डडिस्क पुलिस उठा ले गई है। हालांकि मौका-ए वारदात की जांच जब तक पूरी न हो जाए, उसे सील रखा जाता है। मनीष के दोस्त हरदीप सिंह का आरोप है कि पुलिस रात में पिटाई के बाद उन्हें नीचे लेकर चली आई थी। ऊपर मनीष की पिटाई जारी थी। थोड़ी देर बाद पुलिस वाले घायल मनीष को लिफ्ट से लेकर नीचे आए और अस्पताल जाने की बात की। हरदीप ने बताया कि उनके पैरों में चप्पल नहीं होने की वजह से वह चप्पल पहनने वापस ऊपर गए। उसी वक्त पुलिस होटल के हाउस कीपिंग स्टाफ से खून साफ करा रही थी।