विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही बसपा ने प्रशांत अहिरवार को कानपुर जिले घाटमपुर (सुरक्षित) सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। समारोह में मौजूद कुछ लोगों ने प्रत्याशी का विरोध भी किया लेकिन सारी औपचारिकतायें करके नेता रवाना हो गए।
एक गेस्ट हाउस में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे मुख्य सेक्टर प्रभारी नौशाद अली व एमएलसी भीमराव अम्बेडकर को पदाधिकारियों ने सम्मानित किया। नौशाद अली ने कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में गुण्डागर्दी का बोलबाला रहता है और सपाई ही ठेकेदारी करते हैं। उनके ही लोग जिला पंचायत अध्यक्ष होते हैं। जनता जान रही है कि इन अत्याचारों से मुक्ति बसपा सरकार में ही मिल सकती है। इस दौरान उन्होंने बुन्देलखण्ड के वन अधिकारी के बेटे प्रशांत अहिरवार को घाटमपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की। इसके बाद समारोह में मौजूद कुछ लोगों ने प्रत्याशी को बाहरी बताकर विरोध शुरू कर दिया। एमएलसी भीमराव अम्बेडकर ने कहा कि विरोध चाहे जितना कर लिया जाए, लेकिन पार्टी ने जिसे प्रत्याशी तय किया है, उसे ही चुनाव लड़ाया जाएगा। उन्होंने विरोध कर रहे लोगों को चेतावनी दी कि जनता बसपा के साथ है और पांचवी बार बहन मायावती मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इसलिए सभी लोग आपसी द्वेषभाव छोड़कर पार्टी प्रत्याशी की मदद करें।