दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रोहिणी कोर्ट शूटआउट मामले की जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को वकील के वेष में आए दो हमलावरों ने मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जितेंद्र मान गोगी की रोहिणी कोर्ट रूम के अंदर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इस घटना की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की टीम आज रोहिणी कोर्ट पहुंची है।
डीसीपी जॉय टिर्की भी अपनी टीम के साथ कोर्ट में पहुंच गए हैं। क्राइम ब्रांच की टीम ने रोहिणी कोर्ट से आज सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की पुलिस कस्टडी मांगी है। कोर्ट में वकीलों की हड़ताल के चलते पुलिस को टिल्लू की कस्टडी नहीं मिल सकी है।
वहीं, गोगी की हत्या के बाद बाहरी दिल्ली स्थित उसके पैतृक गांव अलीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आज गोगी का अलीपुर के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसे देखते हुए किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए श्मशान घाट से लेकर अलीपुर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर है।
गौरतलब है कि रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को दिल्ली के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की वकील के वेश में आए दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर भी मारे गए थे। दोनों हमलावर टिल्लू ताजपुरिया गैंग से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। पुलिस ने कहा कि घटना दोपहर करीब 1.15 बजे हुई जब गोगी को सुनवाई के लिए अदालत कक्ष संख्या 207 लाया गया और वकील की ड्रेस में आए दो गैंगस्टरों ने उस पर गोलियां चला दीं।
अचानक हुई गोलीबारी के बाद कोर्ट में अफरा-तफरी मच गई। अदालत कक्ष के अंदर मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हमलावरों ने गोगी को करीब 10 गोलियां मारीं। पुलिस के मुताबिक, जितेंद्र मान उर्फ गोगी के सिर पर 6.5 लाख रुपये का इनाम था। उसे तीन साथियों के साथ पिछले साल मार्च में स्पेशल सेल की एक टीम ने गुड़गांव से गिरफ्तार किया था। उसे कुलदीप मान उर्फ फज्जा, कपिल उर्फ गौरव और रोहित उर्फ कोई के साथ गिरफ्तार किया गया था।