मिर्जापुर में तीन दिन पहले तीन सगी बहनों का कंकाल मिला था। उसी के बाद से मां बच्चियों की मां लापता थी। शुक्रवार को मां का शव पेड़ से लटका मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस फिलहाल महिला के आत्महत्या करने की बात कह रही है। एसपी अजय कुमार सिंह, एएसपी नक्सल महेश अत्री ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन की।
हलिया के बेलाही गांव निवासी देवीदास कोल की पत्नी सीमा तीन बेटी मुन्नी (10), ममता (8) और गोलू (12) के साथ 16 अगस्त को घर से दवा लेने की बात कहकर निकली थी। उसी दिन से लापता हो गई थी। दो दिन बाद महिला अपने मायके पहुंच गई थी लेकिन बच्चे लापता था। 22 सितबंर को हर्रा जंगल में लापता तीनों बच्चियों के कंकाल मिले। पिता देवीदास ने जंगल पहुंचकर कंकाल के पास मिले छाता व उनके कपड़े से तीनों बच्चियों के रूप में पहचान की थी। घटना के बाद से मां सीमा फरार थी। गुरुवार को सीमा के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी थी।
एक महीने से लापता तीन सगी बहनों का मिला कंकाल, कपड़ों से परिजनों ने की पहचान
शुक्रवार की सुबह बेलाही जंगल बेलन नदी के किनारे मोर्चहवा पहाड़ी पर पेड़ की डाली में साड़े के फंदे के सहारे एक महिला का शव लटकता मिला। चरवाहों ने शव देख तत्काल पुलिस को सूचना दी। शव जमीन से बीस फीट ऊपर लटक रहा था। जानकारी होते ही मृतका का भाई रमाकांत भी पहुंच गया। शव के पास मिले कपड़े व टूटे मोबाइल के आधार उसने अपनी बहन सीमा के रूप में पहचान की। मृतका के भाई ने बताया कि हत्या या आत्महत्या दोनों मौत का कारण हो सकता है। महिला घने जंगल में अकेले कैसे पहुंची, मोबाइल उसका टूटा पड़ा था। ऐसे में महिला की हत्या की आशंका जतायी जा रही है।
एसपी अजय कुमार सिंह के अनुसार लापता महिला का शव फांसी के फंदे पर बेलाही जंगल में मिला है। अपहरण के मामले में नामजद भी थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल प्रथम दृष्टया लग रहा हैकि महिला ने आत्महत्या की है।