हरियाणा में एक संदिग्ध आतंकवादी की गिरफ्तारी की कथित रूप से ‘गलत जगह’ बताने पर यहां अंबाला छावनी में एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है और एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जिसके बाद विपक्ष ने राज्य सरकार पर प्रेस की आजादी को दबाने का आरोप लगाया।
पुलिस ने कहा कि दैनिक भास्कर के समाचार संपादक संदीप शर्मा और संवाददाता सुनील बरार के खिलाफ गुरुवार को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। बरार को शुक्रवार को हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने कहा कि शर्मा को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
पंजाब पुलिस ने बुधवार को अंबाला के मरदों साहिब गांव से एक संदिग्ध आतंकवादी को कथित टिफिन बम की साजिश के मामले में गिरफ्तार किया था। अगले दिन अखबार में छपी खबर का शीर्षक था, ”पंजाब पुलिस ने आईओसी डिपो के पास कैंट से आतंकवादी की गिरफ्तारी का दावा किया। अखबार ने अगले दिन स्थान को लेकर भूल सुधार छापा था।
अंबाला छावनी थाने के प्रभारी विजय कुमार ने कहा कि पत्रकारों ने बिना सत्यापन के खबर छापी, इसलिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पत्रकार सुनील और संदीप शर्मा ने झूठी खबर छापकर जनता के बीच डर पैदा किया है।
इस बीच कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो), हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) समेत विपक्षी दलों ने पत्रकारों की गिरफ्तारी की निंदा की है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता रोहित जैन ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के खिलाफ गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने पत्रकारों को गिरफ्तार करने से पहले कोई नोटिस नहीं दिया।