पुलिस को डेढ़ साल से गैंगरेप के आरोपी दरोगा की तलाश थी, लेकिन हकीकत में दरोगा अपनी प्रोन्नति की जुगत में था। निरीक्षक बनने के लिए 15 दिन की ट्रेनिंग पूरी करने वाले दुष्कर्म के आरोपी दरोगा को सीतापुर स्थित पीटीसी से वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पीटीसी उपाधीक्षक का कहना है कि निरीक्षक पद के लिए 15 दिन के प्रशिक्षण के लिए आए दरोगा को वाराणसी पुलिस गिरफ्तार करके ले गई है। कुल सूचनाएं व विभागीय पत्रावलियां उच्चाधिकारियों को प्रेषित की गई हैं।
मामला वाराणसी जनपद के भेलूपुर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। वर्ष 2017 में एक महिला के साथ नशीला पदार्थ खिलाकर गैंगरेप हुआ। वारदात के दौरान एक युवक ने वीडियो भी बनाया। मामला उस समय खुला, जब वीडियो वायरल हुआ। तीन फरवरी वर्ष 2020 को भेलूपुर थाने में एक रिपोर्ट दर्ज हुई, जिसमें बजरडीहा चौकी पर तैनात तत्कालीन दरोगा उमराव खान, बजरडीहा निवासी इब्राहीम, मैनुद्दीन आदि नामजद हुए। आरोप यह भी था कि कोल्हुआ निवासी शाहिद ने गैंगरेप का वीडियो वायरल किया है।
केस दर्ज होने के बाद एक-एक कर सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए लेकिन दरोगा उमराव खान नहीं पकड़ा जा सका। डेढ़ साल के भीतर पुलिस की कागजी कार्रवाई में दरोगा ढूंढे नहीं मिला। इसी बीच आरोपी की प्रोन्नति का खाका भी तैयार हो गया और गैंगरेप का आरोपी दरोगा उमराव खान कागजों के साथ अपनी प्रोन्नति को पाने के लिए सीतापुर स्थित पीटीसी में प्रशिक्षण पूरा करने के लिए आ पहुंचा। 15 दिन की ट्रेनिंग पूरी करने के लिए आए दरोगा उमराव खान ने पीटीसी में सात सितम्बर को अपनी आमद कराई, इसी के बाद उसकी ट्रेनिंग शुरू हो गई।
बताते हैं कि ट्रेनिंग पा रहे दरोगा का मामला मंगलवार को फिर चर्चा में आ गया। ऐसे में वाराणसी जनपद के भेलूपुर थाने की पुलिस सीतापुर स्थित पीटीसी पहुंच गई और पीटीसी के एडीजी राजा श्रीवास्तव को प्रकरण से अवगत कराया। वांछित दरोगा की डेढ़ साल से हो रही तलाश का हवाला भी दिया। आनन फानन में गैंगरेप के आरोपी दरोगा उमराव खान को गिरफ्तार करते हुए पुलिस वाराणसी लेकर लौट गई।
पुलिस उपाधीक्षक पीटीसी शिव नारायण कहते हैं कि चंदौली जनपदवासी दरोगा उमराव खान पर वाराणसी जनपद के भेलूपुर थाने में गैंगरेप के आरोप में अभियोग दर्ज था, भेलूपुर पुलिस को वांछित की तलाश थी, सूचनाओं के आधार पर भेलूपुर थाने की पुलिस ने आकर आरोपी दरोगा को गिरफ्तार किया और उसे वाराणसी लेकर चली गई है। कुल प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। आरोपी दरोगा से जुड़ी पत्रावलियां संबंधित कार्यालय को प्रेषित की गई हैं।