15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से काबुल में रियल स्टेट और घर के किराए में भारी गिरावट आई है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट मुताबिक घरों की बिक्री और किराए में 50 फीसद तक की गिरावट आई है। डीलर्स बताते हैं कि कारोबार में भयंकर कमी आई है क्योंकि इन दिनों लोग घर नहीं खरीद रहे हैं। या तो लोगों के पास पैसा नहीं है या फिर वे देश छोड़ने की कोशिशों में हैं। कई किराए के घर खाली हैं क्योंकि किराएदार देश छोड़कर चले गए हैं।
काबुल के एक प्रॉपर्टी डीलर मोहम्मद युसूफ टोलो न्यूज से बताया है कि वह पिछले 13 साल से रियल एस्टेट का कारोबार कर रहे हैं लेकिन इस तरह की गिरावट कभी नहीं देखी। 20 हजार अफगान अफगानी वाले किराए के घर 10 हजार में लिए जा रहे हैं। अभी कीमतें और गिर सकती है क्योंकि लोगों का पलायन जारी है और लोग देश में रहना नहीं चाहते हैं।
काबुल के सबसे पॉश इलाके खाली होते जा रहे हैं। शाहरक-ए-आरिया क्षेत्र में 50 फीसद से अधिक लोग देश छोड़ चुके हैं। करीब आधे अपार्टमेंट खाली हैं। सरकारी कॉलोनियां तो करीब-करीब खाली हो चुकी हैं। डीलर्स इस बात की उम्मीद में हैं कि जल्द ही हालात सुधरे और उनका कारोबार चल पड़े लेकिन मौजूदा वक्त में ऐसा दूर-दूर तक होता दिख नहीं रहा है। दुनियाभर के इकॉनोमिक एक्सपर्ट्स अफगानिस्तान की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को लेकर लगातार चेतावनी दे रहे हैं।