24 सितंबर को क्वाड देशों के नेता वॉशिंगटन में मिल रहे हैं। क्वाड नेता पहली बार आमने-सामने मिल रहे हैं और इस मीटिंग को लेकर चीन परेशान हो गया है। क्वाड ग्रुप की मीटिंग को लेकर पूछे गए सवाल पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा है कि क्षेत्रीय सहयोग ढांचे को किसी तीसरे पक्ष को टारगेट नहीं करना चाहिए और उसके हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि क्वाड ग्रुप लोकप्रिय नहीं होगा और इसका कोई भविष्य नहीं है।
बता दें कि मार्च 2021 में क्वाड देश के नेता वर्चुअली मिले थे। उसके बाद से क्वाड देशों की यह पहली बैठक है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि पीएम मोदी क्वाड की बैठक में ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रपति स्कॉट मॉरिसन, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और जापानी पीएम से मुलाकात करेंगे। इस मीटिंग में 12 मार्च 2021 को हुए सम्मेलन के बाद से हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
इस मीटिंग में साझा हित और क्षेत्रीय मसलों पर चर्चा की जाएगी। कोरोना महामारी, कोरोना वायरस वैक्सीन, कनेक्टिविटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर, साइबर सुरक्षा, मानवीय सहायता, आपदा राहत, जलवायु परिवर्तन आदि पर भी बातचीत होगी। इसके साथ ही एक फ्री, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र को लेकर भी बातचीत होगी। इस सबके इतर अफगानिस्तान के बदलते हालात पर भी विशेष चर्चा होने की संभावना है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि क्वाड नेताओं से पीएम मोदी की द्विपक्षीय मीटिंग भी संभव है।