राजधानी दिल्ली में सितंबर के महीने में 77 वर्षों बाद इतना पानी बरसा है। इससे पहले वर्ष 1944 के सितंबर महीने में 417.3 मिलीमीटर बरसात हुई थी। इसकी तुलना में सितंबर के सिर्फ 11 दिनों में ही 380.2 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है और रविवार को भी तेज बरसात होने की संभावना है।
दिल्ली में इस बार मानसून लगभग 16 दिन की देरी से आया। लेकिन मानसून ने आने के साथ ही पुराने आंकड़ों में सुधार करना शुरू कर दिया। जुलाई के दूसरे पखवाड़े में भी जोरदार बरसात हुई। हालांकि, अभी तक के बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो बरसात अनियमित रही है। कम समय में ज्यादा बारिश हुई है। इसके चलते लोगों को जलभराव और यातायात जाम जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
मौसम विभाग के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक सितंबर महीने में अभी तक सफदरजंग मौसम केंद्र में 380.2 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है। वर्ष 1944 के बाद सितंबर महीने के लिए यह सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। 1944 के सितंबर महीने में 417.3 मिलीमीटर बरसात हुई थी जो कि दिल्ली का ऑल टाइम रिकॉर्ड है।
36 घंटों में 134 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश
राजधानी में पिछले 36 घंटों में 134 मिलीमीटर से ज्यादा पानी बरसा है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार की सुबह 8:30 बजे से शनिवार सुबह 8:30 बजे के बीच सफदरजंग मौसम केंद्र में 94.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं शनिवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच 39.8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई। यानी कुल 34 घंटों में ही 134.5 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई। खास बात यह रही कि इसमें भी ज्यादातर पानी सुबह 5:00 बजे से सुबह 8:30 बजे के बीच ही बरसा है।
सात डिग्री गिरा तापमान
सुबह से शुरू हुई बारिश और दिन भर छाए घने बादलों का असर दिल्ली के तापमान पर भी पड़ा। सफदरजंग में शनिवार दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम रहा। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार का अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से सात डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से एक डिग्री कम है।
रविवार को भी तेज बारिश के आसार
मौसम विभाग का अनुमान है कि रविवार के दिन भी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में तेज बारिश हो सकती है। इसके लिए मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अनुमान है कि सोमवार के दिन भी कुछ जगहों पर हल्की बरसात हो सकती है। सोमवार के बाद बारिश का यह क्रम टूट जाएगा।
46 वर्षों बाद इतनी मानसूनी बारिश
जून से लेकर सितंबर तक का महीना मानसून का सीजन माना जाता है। राजधानी दिल्ली में 46 वर्षों बाद इतनी ज्यादा मानसूनी बारिश हुई है। वर्ष 1975 के मानसूनी सीजन में 1155.6 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई थी। इस मानसूनी सीजन में अब तक कुल 1136.8 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है, जबकि अभी सितंबर में 19 दिन बाकी हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो बीते 46 वर्षों का रिकॉर्ड भी टूट सकता है। दिल्ली में मानसूनी सीजन में सामान्य तौर पर 653.6 मिलीमीटर बारिश होती है। लेकिन इस बार सामान्य से 74 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है।
शनिवार के दिन कहां हुई कितनी बारिश
मौसम केंद्र 1 2 3
सफदरजंग 94.7 39.8 134.5 मिलीमीटर
पालम 103.0 36.5 139.5 मिलीमीटर
लोधी रोड 64.0 36.6 100.6 मिलीमीटर
रिज 67.6 50.4 118 मिलीमीटर
आयानगर 32.2 50.2 82.4 मिलीमीटर
(नोटः सभी आंकड़े मौसम विभाग के हैं। आंकड़े मिलीमीटर में)
1: शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर शनिवार सुबह आठ बजे तक हुई बारिश के आंकड़े
2: शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से शनिवार शाम साढ़े पांच बजे तक हुई बारिश के आंकड़े
3 : दोनों आंकड़ों का योग
इस साल किस महीने में कितना पानी बरसा
जून 2021- 34.8 मिलीमीटर- 47 फीसदी कम
जुलाई 2021- 507.3 मिलीमीटर- 140 फीसदी ज्यादा
अगस्त 2021- 214.5 मिलीमीटर- 13 फीसदी कम
सितंबर 2021 (11 सितंबर तक)- सितंबर- 380.2 मिलीमीटर- 193 फीसदी ज्यादा
मानसून की बारिश के पांच बड़े रिकार्ड
1933- 1420.3 मिलिमीटर
1964- 1190.9 मिलीमीटर
1975- 1155.6 मिलीमीटर
2003- 1051.7 मिलीमीटर
2021—1136.8 मिलीमीटर
सितंबर महीने में कब-कब बरसा ज्यादा पानी
वर्ष 1944- 417 मिलीमीटर
वर्ष 2021- 380.2 मिलीमीटर
वर्ष 1914- 360.9 मिलीमीटर
वर्ष 1945- 359.2 मिलीमीटर
वर्ष 1933—341.9 मिलीमीटर